Hindus on Target : जम्मू कश्मीर में एक बार फिर आतंकवादियों ने हिन्दुओं को निशाने पर लेना शुरू कर दिया है। दो दिन के भीतर पांच निर्दोष लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई। इसमें श्रीनगर स्थित एक स्कूल की प्राचार्य सुखविंदर कौर भी है जो जनसेवा को ही अपना धर्म समझती थी, अपनी आधी सेलरी वे गरीबों के लिए दान कर देती थी। यही नहीं बल्कि उन्होने एक अनाथ मुस्लिम बच्ची को भी गोद ले रखा था।
उस स्कूल में आतंकवादी घुस आएं और वहां के स्टॉफ से आईडी दिखाने को कहा, प्राचार्य सुखविंदर कौर (Hindus on Target) और एक अन्य हिन्दु टीचर को उन्होने अलग किया और गोली मार दी। इसके पहले श्रीनगर में ही एक कश्मीरी पंडित केमिस्ट माखानलाल बिन्दु को भी आतंकवादियों ने गोलीमार दी थी। वे भी समाज सेवी थे। यही नहीं बल्कि एक रेहणी वाले को भी आतंकवादियों ने अपना निशाना बनाया। इन सब घटनाओं की जिम्मेदारी पाकिस्तान से संचालित आतंकवादी संगठन टीआरएफ ने ली है। दरअसल जबसे कश्मीर से अनुच्छेद ३७० और ३५-ए का खात्मा हुआ है तभी से कश्मीर में अशांति फैलाने के लिए पाकिस्तान वहां बचे खुचे आतंकवादियों को प्रोत्साहित कर रहा है।
सेना और सुरक्षा बलों की कड़ी चौकसी के कारण आतंकवादी किसी बड़ी घटना को अंजाम नहीं दे पा रहे है इसलिए अब वे निर्दोष हिन्दुओं को निशाना (Hindus on Target) बना रहे है। दरअसल कश्मीर में अब हिन्दुओं को बचाने की घोषणा सरकार ने की है और वहां से विस्थापित हुए कश्मीरी पंडितों को फिर से कश्मीर भेजने की तैयारी की जा रही है वहां कश्मीरी पंडितों की संपत्तियों पर जिन लोगों ने बेजा कब्जा कर रखा है उसे अब उनके कब्जे से मुक्त कराया जा रहा है। यह भी एक बड़ी वजह है कि कश्मीर में फिर हिन्दुओं को निशाने पर लिया जा रहा है।
कश्मीर में हालात बिगड़ते जा रहे है लेकिन लखीमपुर खीरी की घटना को लेकर हाय तौबा मचाने वाले राजनीतिक दल कश्मीर के हालात पर चुप्पी साधे हुए है। किसी की भी हिम्मत नहीं पड़ रही है कि वह कश्मीर जाए और पीडि़त परिवारों को सांत्वना दें। जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ फारूख अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ति ने कश्मीर में हिंसा के इस नए दौर पर अफसोस तो जताया है लेकिन इसके लिए केन्द्र सरकार को ही जिम्मेदार ठहाराया है।
उन्होने आतंकवादियों के खिलाफ एक शब्द भी नहीं कहा है। बहरहाल इसके पहले कि कश्मीर में स्थिति और भयावह हो केन्द्र सरकार को चाहिए कि वह वहां रह रहे सभी हिन्दुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करें और बचे खुचे आतंवादियों को नेस्तनाबुद कर दें।