-सऊदी अरब अगले महीने जुलाई से उत्पादन में कटौती पर कर रहा काम
नई दिल्ली। Petrol-Diesel: आज जहां एक तरफ रिजर्व बैंक ने ब्याज दर न बढ़ाकर आम आदमी को राहत दी है। वहीं अब ईंधन कंपनियां भी आम आदमी को राहत देने वाली हैं। ईंधन के दाम करीब 13 महीने से स्थिर हैं। लेकिन अब इसे कम किया जा सकता है। सरकारी सूत्रों के मुताबिक, ईंधन कंपनियां जल्द ही पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कमी कर सकती हैं।
विभिन्न वैश्विक कारकों के कारण ईंधन कंपनियों को हुए नुकसान की लगभग भरपाई कर ली गई है और कंपनियां अपनी पिछली स्थिति के पास वापस आ गई हैं। ईंधन कंपनियों द्वारा जारी तिमाही नतीजों के बाद इसकी पुष्टि हुई है। सरकारी सूत्रों के मुताबिक, ईंधन कंपनियों के तिमाही नतीजों के सकारात्मक नतीजों के बाद पेट्रोल और डीजल की कीमतों में गिरावट आने की संभावना है। ऐसा इसलिए क्योंकि कंपनियों को अब फ्यूल में अंडर-रिकवरी का सामना नहीं करना पड़ेगा।
फैसले का कोई असर नहीं हुआ
सूत्रों के मुताबिक, पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संगठन (ओपेक) के एक सदस्य द्वारा कच्चे तेल के उत्पादन में कमी से वैकल्पिक बाजार प्रभावित नहीं होंगे। पिछले रविवार को ओपेक प्लस देशों ने कच्चे तेल के उत्पादन में कटौती की योजना को बरकरार रखने का फैसला किया।
कमी नहीं रहेगी
दुनिया में कच्चे तेल का सबसे बड़ा निर्यातक सऊदी अरब अगले महीने जुलाई से उत्पादन में कटौती पर काम कर रहा है। सूत्रों ने यह भी कहा कि सऊदी अरब के इस फैसले से उत्पादकों को कच्चे तेल की आपूर्ति कम होने की कोई संभावना नहीं है।