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ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट: यही समय है, सही समय है, मध्यप्रदेश में निवेश का : पीएम मोदी

Global Investors Summit: This is the time, the right time, to invest in Madhya Pradesh: PM Modi

Madhya Pradesh Global Investors Summit in Bhopal

भारत के विकसित भविष्य में तीन सेक्टर अहम हैं, टेक्सटाइल, टूरिज्म और टेक्नोलॉजी

यशवंत धोटे

भोपाल/नवप्रदेश। Madhya Pradesh Global Investors Summit in Bhopal: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज देश-विदेश से आए निवेशकों के सामने मध्यप्रदेश की तमाम खूबियों को ना केवल विस्तार से रखा, बल्कि इस बात पर भी बल दिया कि राज्य में निवेश का सही समय यही है। श्री मोदी राजधानी भोपाल में आज से शुुरु हुए दो दिवसीय ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे। ये आयोजन देश में अपनी तरह के अनूठे राजधानी भोपाल के राष्ट्रीय मानव संग्रहालय में आयोजित हो रहा है। इस दौरान राज्यपाल मंगुभाई पटेल, मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव समेत देश-विदेश के कई ख्यातिप्राप्त उद्योगपति और कई देशों के राजदूत समारोह में उपस्थित रहे।

दो दशक की विकास यात्रा को सबके सामने

समारोह में श्री मोदी ने मध्यप्रदेश की पिछले दो दशक की विकास यात्रा को सबके सामने रखा। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश कृषि और खनिज के मामले में देश के अव्वल राज्यों में है। मध्यप्रदेश को जीवनदायिनी मां नर्मदा का आशीर्वाद प्राप्त है। यहां विकास की हर संभावना है। बीते दो दशकों में मध्यप्रदेश ने संक्रमण का नया दौर देखा है, एक समय यहां पानी-बिजली के साथ ही कानून व्यवस्था बहुत खराब थी। ऐसे में यहां उद्योगों का विकास बहुत मुश्किल था। पिछले 20 साल में भाजपा सरकार ने सुशासन पर फोकस किया है।

मध्यप्रदेश निर्माण क्षेत्र के लिए शानदार केंद्र

प्रधानमंत्री ने कहा कि दो दशक पहले तक लोग यहां निवेश से डरते थे। आज मध्यप्रदेश निवेश के मामले में देश के राज्यों में टॉप में आ रहा है। जिस मध्यप्रदेश में खराब सड़कों के कारण बसें तक ठीक नहीं चलती थी, वो आज ईवी क्रांति के अग्रणी राज्यों में है। जनवरी 2025 तक राज्य में दो लाख ईवी गाडिय़ां पंजीकृत हुईं हैं, ये 90 फीसदी ग्रोथ है। मध्यप्रदेश निर्माण क्षेत्र के लिए शानदार केंद्र बन रहा है। उन्होंने मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने इस वर्ष को उद्योग और रोजगार वर्ष के रूप में मनाने का निर्णय किया है।

मध्यप्रदेश में बुनियादी सुविधाओं का बूम

प्रधानमंत्री ने कहा कि बीते दशक में भारत ने बुनियादी सुविधाओं का बूम देखा है, इसका बड़ा फायदा मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh Global Investors Summit in Bhopal) को भी मिला है। दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस वे का बड़ा हिस्सा यहां से गुजर रहा है। यहां लॉजिस्टिक सेक्टर की भी तेज ग्रोथ है। ‘एयर कनेक्टिविटी’ के तहत ग्वालियर और जबलपुर टर्मिनल को बढ़ाया गया है। रेल नेटवर्क को आधुनिक किया जा रहा है। यहां रेलवे का 100 फीसदी इलेक्ट्रिफिकेशन किया गया है।

ग्रीन एनर्जी में कल्पना से परे काम हुआ

भोपाल के रानी कमलापति स्टेशन का संदर्भ देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि वहां की तस्वीरें मन मोह लेती हैं। इसी तर्ज पर प्रदेश के 80 रेलवे स्टेशनों को अमृत भारत स्कीम के तहत आधुनिक बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बीते दशक में भारत में एनर्जी सेक्टर में अभूतपूर्व ग्रोथ हुई है। ग्रीन एनर्जी में कल्पना से परे काम हुआ है। इस बूम का भी मध्यप्रदेश को लाभ मिला है। अब प्रदेश पावर सरप्लस राज्य है। रीवा सोलर प्लांट देश में सबसे बड़े सोलर प्लांट में से एक है। ओंकारेश्वर में फ्लोटिंग सोलर प्लांट लगाया गया है। बीना रिफाइनरी को भी बढ़ाया गया है। इससे राज्य पेट्रोकेमिकल हब बनेगा। मध्यप्रदेश में 200 से ज्यादा इंडस्ट्रियल जोन हैं। यहां निवेशकों के लिए ‘पैसा रिटर्न’ की अपार संभावनाएं हैं।

नदी जोड़ो का मिशन

मध्यप्रदेश की विशेषताएं रेखांकित करते हुए उन्होंने कहा कि औद्योगिक विकास के लिए ‘वाटर सिक्योरिटी’ बहुत जरूरी है। इसी दिशा में सरकार जल संरक्षण पर बल दे रही है, वहीं दूसरी ओर नदी जोड़ो का मिशन लिया है। इसका भी मध्यप्रदेश की खेती और उद्योग लाभ पाएंगे। राज्य में अभी केन-बेतवा नदी जोड़ो परियोजना पर काम शुरु हुआ है। इससे 10 लाख हेक्टेयर कृषि भूमि बढ़ेगी।

भविष्य में तीन सेक्टर अहम

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत के विकसित भविष्य में तीन सेक्टर अहम हैं, टेक्सटाइल, टूरिज्म और टेक्नोलॉजी। टेक्सटाइल के नजरिए से देखें तो मध्यप्रदेश एक प्रकार से ‘कॉटन कैपिटल’ है। देश की लगभग 25 फीसदी कॉटन आपूर्ति यहीं से होती है। मध्यप्रदेश मलबरी सिल्क का भी देश का सबसे बड़ा निर्माता है। यहां का चंदेरी और महेश्वर विश्वप्रसिद्ध हैं। इनमें निवेश निवेशकों को वैश्विक पहचान देगा। सरकार मेडिकल टेक्सटाइल और जियो टेक्सटाइल को बढ़ावा दे रही है। इसके लिए राष्ट्रीय मिशन शुरु किया है। सात बड़े टेक्सटाइल पार्क में से एक मध्यप्रदेश में बन रहा है।

पर्यटन में भी नए आयाम

उन्होंने कहा कि भारत पर्यटन में भी नए आयाम जोड़ रहा है। मध्यप्रदेश पर्यटन का एक कैंपेन था, एमपी अजब है, सबसे गजब है। राज्य में नर्मदा के आसपास आदिवासी पर्यटन का विकास हुआ है। यहां कई नेशनल पार्क हैं, हेल्थ और वेलनेस में भी निवेश की संभावना है। यहां प्राइवेट-पब्लिक पार्टनरशिप को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। उन्होंने निवेशकों को सलाह देते हुए कहा कि वे राजधानी भोपाल तक आए हैं, तो उज्जैन में श्री महाकाल लोक देखने जरूर जाएं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में निवेश करने का यही सही समय है।

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