तिरुपति, नवप्रदेश। आंध्र प्रदेश के तिरुपति में रविवार को बड़ा हादसा हो गया। आंध्र प्रदेश के तिरुपति के रेनीगुंटा थाना क्षेत्र में एक बिल्डिंग में आग लग (Fire In Clinic) गई।
बिल्डिंग में लगी आग के कारण एक डॉक्टर और दो बच्चों समेत तीन लोगों की मौत हो गई है। हादसे की वजह शॉर्ट सर्किट बताई जा रही है। घटना सुबह 3 से चार बचे के बीच की बताई (Fire In Clinic) जा रही है।
जानकारी के मुताबिक रेनीगुंटा में डॉक्टर रविशंकर रेड्डी का आवास था जहां वे अपने परिवार के साथ रहते थे। अपने आवास के ग्राउंड फ्लोर पर डॉक्टर रेड्डी ने क्लीनिक खोल रखी थी जहां वे मरीजों को देखते (Fire In Clinic) थे।
बिल्डिंग के ग्राउंड फ्लोर पर जहां डॉक्टर रविशंकर रेड्डी मरीजों का उपचार करते थे वहीं इसी बिल्डिंग के दूसरे और तीसरे फ्लोर पर उनका परिवार रहता था।
रेनीगुंटा थाने के इंस्पेक्टर आरोहण राव के मुताबिक सुबह करीब तीन से चार बजे के बीच फोन कॉल के जरिये ये सूचना मिली कि एक बिल्डिंग में आग लग गई है।
बताया कि बिल्डिंग में आग लगने की सूचना मिलते ही हमने तत्काल फायर ब्रिगेड को अलर्ट किया और मौके पर पहुंचकर राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया।
रेनीगुंटा थाने के इंस्पेक्टर के मुताबिक पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम तत्काल मौके पर पहुंच गई और आग बुझाने की कोशिशे शुरू कर दी। राहत और बचाव कार्य भी शुरू कर दिया गया। जिस बिल्डिंग में आग लगी थी, उस बिल्डिंग से डॉक्टर रविशंकर रेड्डी की मां और उनकी पत्नी को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया।
पुलिस अधिकारी के मुताबिक डॉक्टर रविशंकर रेड्डी और उनके दो बच्चों को भी रेस्क्यू कर उपचार के लिए तत्काल अस्पताल ले जाया गया जहां उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई।
डॉक्टर रविशंकर रेड्डी 100 फीसदी जल गए थे। बताया जाता है कि डॉक्टर रेड्डी के साथ ही इस घटना में उनके 12 साल के बेटे और 7 साल की बेटी की भी मौत हो गई है।
पुलिस अधिकारी ने कहा कि मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। उन्होंने कहा कि शुरुआती जांच में आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट होने की बात सामने आ रही है। पुलिस अधिकारी के मुताबिक डॉक्टर रविशंकर रेड्डी और उनके बेटा-बेटी के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवा दिया गया है।