Enforcement Directorate : नई दिल्ली की केजरीवाल सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सतेन्द्र जैन को प्रवर्तन निदेशालय ने दस दिनों के लिए हिरासत में लिया है। जाहिर है ईडी के पास सतेन्द्र जैने के खिलाफ पुख्ता प्रमाण है तभी उसे दस दिन की हिरासत में रखा गया है। उनसे पूछताछ के बाद इस मामले में और कई चौकाने वाले खुलासे हो सकते है। ईडी की इस कार्यवाही को राजनीतिक बदले की कार्यवाही बताते हुए नई दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने भ्रष्ट मंत्री सतेन्द्र जैन का बचाव करते हुए उन्हे कट्टर ईमानदार नेता बताया है।
अरविंद केजरीवाल का कहना है कि उन्होने इस मामले से जुड़े तमाम कागजात देखों है और वे इस नतीजे पर पहुंचे है कि सतेन्द्र जैन के खिलाफ फर्जी मामला (Enforcement Directorate) बनाया गया है। अरविंद केजरीवाल शायद यह भूल रहे है कि वे एक मुख्यमंत्री है कोई न्यायाधीश नहीं है जो किसी भी आरोपी को निर्दोष करार दे दें। यदि वास्तव में सतेन्द्र जैन कट्टर ईमानदार है तो न्यायालय उन्हे वैसे ही निदोर्ष बरी कर देगा लेकिन जब तक ईडी की जांच चल रही है और मामला अदालत में नहीं पहुंच जाता तब तक अरविंद केजरीवाल को आरोपी मंत्री का बचाव नहीं करना चाहिए बल्कि उन्हे मंत्री पद से बर्खास्त कर देना चाहिए।
जिस दिन वे न्यायालय से बेदाग बरी हो जाएंगे उन्हे फिर से मंत्री बनाया जा सकता है। यदि आम आदमी पार्टी खुद को ईमानदार बताती है तो उसे भ्रष्टाचार के आरोपियों का बचाव नहीं करना चाहिए। यदि अरविंद केजरीवाल ऐसा कर रहे है तो साफ जाहिर है कि न सिर्फ दाल मे कुछ काला है बल्कि पूरी दाल काली है। नई दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया पर भी जांच की तलवार लटक रही है।
जाहिर है आगे चलकर नई दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल तक भी जांच की आंच पहुंच सकती है। यहि वजह है कि ईडी की कार्यवाही से आम आदमी पार्टी में हड़कंप मच गया है और वे इस कार्यवाही को लेकर केन्द्र सरकार पर निशाना साध रहे है कि वह राजनीतिक बदला लेने के लिए केन्द्रीय एजेंसियों का दुरूपयोग कर रही है। यदि ऐसा है तो इस तरह के आरोप लगाने से बेहतर है कि वे इस मामले को न्यायालय में ले जाएं जहां दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने पार्टी (Enforcement Directorate) मुख्यालय में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए केजरीवाल द्वारा मंगलवार को दिए गए उस बयान का उल्लेख किया, जिसमें उन्होंने कहा था कि भ्रष्टाचार, देश से ”गद्दारी” के समान है और पूछा कि ऐसे में फिर आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक एक ”गद्दार” का बचाव क्यों कर रहे हैं, जिसने कथित तौर पर सरकारी खजाने और जनता के साथ धोखा किया है? जैन के खिलाफ आरोपों की झडिय़ां लगाते हुए ईरानी ने केजरीवाल से कई सवाल भी किए और पूछा कि वह बताएं कि क्या ये आरोप सही हैं या नहीं।