Election Fraud : पांच राज्यों के लिए हो रहे विधानसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में पहले चरण का मतदान शांतिपूर्वक संपन्न हो गया है। दूसरे चरण का मतदान होने जा रहा है। पहले चरण के मतदान को लेकर समाजवार्दी पार्टी ने गड़ीबड़ी करने का आरोप लगाया है।
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आरोप लगाया है कि हले चरण के मतदान के दौरान गड़बड़ी की गई है। उन्होंने चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली पर भी प्रश्रचिन्ह लगाए है।
अखिलेश यादव का कहना है कि पहले चरण के मतदान के दौरान अनेक मतदान केन्द्रों में ईवीएम में गड़बड़ी (Election Fraud) की शिकयतें सामने आई है। यही नहीं बल्कि समाजवादी पार्टी के समर्थक मतदाताओं को मतदान करने से रोका भी गया है। इसी तरह का आरोप किसान नेता राकेश टिकैत ने भी लगाया है। उन्होने तो एक कदम आगे बढ़ते हुए यहां तक कह दिया है कि १५ हजार वोट पहले भाजपा को पड़ेंगे उसके बाद ही दूसरी पार्टियों के वोटों की गिनती होगी।
जाहिर है इस तरह के आरोप लगाकर अभी से हार के बहाने तलाशे जा रहे है। वैसे भी किसी भी चुनाव में जो भी विपक्षी पार्टियां पराजित होती है वे ईवीएम को लेकर विधवाविलाप शुरू कर देती है। ऐसा लगता है कि उत्तर प्रदेश के पहले चरण के लिए जिन ५८ सीटों पर मतदान हुआ है वहां समाजवादी पार्टी और भारतीय लोकदल को वांचित सफलता नहीं मिल पाई है।
पिछले विधानसभा चुनाव में इन ५८ सीटों में से ५३ सीटें भाजपा ने जीती थीं। इसलिए वहां इसबार भी भाजपा की स्थिति बेहतर रहने की ही संभावना नजर आ रही है। यही वजह है कि एक ओर तो समाजवादी पार्टी इन सभी ५८ सीटों पर जीत का दावा कर रही है वहीं दूसरी ओर मतदान के दौरान गड़बड़ी (Election Fraud) के आरोप भी लगा रही है।
इसका मतलब साफ है कि यदि समाजवादी पार्टी चुनाव हार जाती है तो वह एक बार फिर ईवीएम के सिर पर ही अपनी हार का ठीकरा फोड़ेंगी।