DAP fertilizer: इस साल मानसून की मेहरबानी से छत्तीसगढ़ में अच्छी वर्षा हो रही है जिससे धान के कटोरे से लबालब भरने की संभावना प्रबल हो गई है। अच्छी वर्षा होने के कारण छत्तीसगढ़ के धान की बोआई का 80 प्रतिशत काम पूरा हो गया है और अब किसान रोपा तथा बियासी ेके काम में जुट गये हैं। इस दौरान खेतों में डीएपी खाद डालना जरूरी होता है किन्तु सोसायटियों में डीएपी खाद की कमी देखी जा रही है।
किसान अपना कृषि कार्य छोड़कर डीएपी खाद के लिए सोसायटियों के चक्कर काट काट के परेशान हो रहे हैें। सरकार को चाहिए कि वह किसानों को पर्याप्त मात्रा में डीएपी खाद उपलब्ध कराने के लिए प्रभावी पहल करे। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा है कि किसानों को प्रमाणिक खादों की कमी नहीं होने दी जाएगी। इसके लिए संबंधित विभागों को कड़े दिशा निर्देश जारी कर दिये गये हैं किन्तु इसके बाद भी डीएपी खाद खाद की कमी महसूस की जा रही है।
छत्तीसगढ़ विधानसभा के पिछले सत्र के दौरान विपक्ष ने डीएपी खाद की कमी का मुद्दा जोर शोर से उठाया था और इसे लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच जमकर तकरार भी हुई थी। इसके बाद भी डीएपी खाद की कमी मेहसूस होना चिंता का विषय है। इस बारे में राज्य सरकार को तत्काल कड़े कदम उठाने चाहिए। ताकि प्रदेश के किसानों को डीएपी खाद के लिए इधर उधर न भटकना पड़े।