PM Modi third innings : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए सरकार ने देश की बागडोर संभाल ली है। लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बनकर नरेन्द्र मोदी ने देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली है। यह पहला अवसर है जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को अपने सहयोगी दलों की मदद से सरकार चलानी पड़ेगी। इसके पूर्व 2014 और 2019 में भी एनडीए की ही सरकार थी लेकिन दोनों बार भाजपा को अकेले अपने दम पर स्पष्ट बहुमत मिला था।
इसलिए पीएम मोदी पर एनडीए में शामिल घटक दलों को संतुष्ट करना आवश्यक नहीं था और वे अपने पिछले दो कार्यकाल में कड़े फैसले आसानी से ले पाए थे। किन्तु इस बार स्थिति अलग है। भाजपा सिर्फ 240 सीटों पर अटक गई है। ऐसे में पीएम मोदी को जदयू और तेलुगू देशम सहित अन्य सहयोगी दलों को साथ कर और उन्हें संतुष्ट कर अपनी सरकार चलानी होगी ऐसे में वे कितने कड़े फैसले ले पाएंगे यह कह पाना फिलहाल मुहाल है। वैसे पीएम मोदी ने यह जरूर कहा है कि अपनी तीसरी पारी में भी उनकी सरकार देशहित में कड़े फैसले लेने से पीछे नहीं हटेगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने मंत्रिमंडल का गठन भी कर लिया है।
जिसमें कई नए चेहरों को स्थान मिला है। वहीं कुछ पुराने मंत्रियों की छुट्टी कर दी गई है। इनमें से तो स्मृति ईरानी अर्जुन मुंडा और आरके सिंह सहित आधा दर्जन से ज्यादा पूर्व मंत्री चुनाव हार गए हैं। किन्तु अनुराग ठाकुर और नारायण सहित कुछ मंत्री जो चुनाव जीत चुके हैं उन्हें मोदी मंत्रिमंडल में स्थान नहीं मिल पाया है। इसकी वजह भाजपा को अपने सहयोगी दलों को भी उचित प्रतिनिधित्व देने की विवशता रही है। बहरहाल नए मंत्रिमंडल में जातीय समीकरण और राज्यों को भी उचित प्रतिनिधित्व देने का प्रयास किया गया है।
मोदी की नई टीम में इस बार भी देश के सबसे बड़े राज्य उत्तरप्रदेश को पर्याप्त महत्व दिया गया है। मोदी की पुरानी टीम में उत्तरप्रदेश से १२ मंत्री शामिल किए गए थे। इस बार उत्तरप्रदेश में भाजपा की सीटेंं आधी हो गई है। इसके बावजूद उत्तरप्रदेश से ९ मंत्री बनाए गए है। इसका मतलब साफ है कि राष्ट्रीय राजनीति में उत्तरप्रदेश का महत्व पीएम मोदी भली भांति समझते है ।
प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने से पहले ही पीएम मोदी (PM Modi third innings) ने एनडीए नेताओं की बैठक लेकर अपनी सरकार के 100 दिनों के रोडमैप पर चर्चा की थी और उन्होंने स्पष्ट कर दिया था कि उनकी सरकार 100 दिनों के रोडमैप को धरातल पर उतारकर जनकल्याणकारी परियोजनाओं को निर्धारित समय सीमा पर पूर्ण करने के लिए कटिबद्ध हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शपथ ग्रहण के तत्काल बाद अपना पदभार ग्रहण करते ही सबसे से पहले किसानों के हित में पहला निर्णय लिया है।
पीएम मोदी (PM Modi third innings) ने किसान सम्मान निधि की 17वीं किस्त के रूप में 20 हजार करोड़ रुपए जारी कर दिए हैं। जिससे देश के9 करोड़ से ज्यादा किसानों के खातों में पैसे जाएंगे। इस तरह किसानों के हित में पहली फाइल पर हस्ताक्षर कर पीएम मोदी ने स्पष्ट कर दिया है कि उनकी सरकार की पहली प्राथमिकता अन्नदाता किसान ही हैं। पीएम मोदी ने पद संभालते ही अपना काम शुरू कर दिया है।
अब मंत्रियों के विभागो का बंटवारा करने के बाद वे अपने मंत्रियों को भी तेजी से काम करने के लिए निर्देशित और प्रेरित करेंगे ताकि उन्होंने जो 100 दिनों का एजेंडा बनाया है उसे पूरा किया जा सके।