-इससे पहले आरबीआई ने सरकार को 2.1 लाख करोड़ रुपये का रिकॉर्ड लाभांश दिया था।
मुंबई। Dividend Income: दो सरकारी बैंकों ने सरकारी खजाने में लाभांश का भुगतान किया है। देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई यानी भारतीय स्टेट बैंक ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को वित्तीय वर्ष 2024 के लिए 6959.29 करोड़ रुपये का लाभांश चेक सौंपा है।
इसके अलावा बैंक ऑफ महाराष्ट्र की प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी निधि सक्सेना ने वित्त मंत्री को वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए लाभांश के रूप में 857.16 करोड़ रुपये का चेक सौंपा है। इससे पहले आरबीआई ने सरकार को 2.1 लाख करोड़ रुपये का रिकॉर्ड लाभांश दिया था।
एसबीआई के शेयर इस हफ्ते 836 रुपये पर बंद हुए। शेयर का 52 हफ्ते का उच्चतम स्तर 912 रुपये है। लाभांश उपज 1.65 प्रतिशत है। यानी अगर कोई निवेशक इस शेयर में 10,000 रुपये का निवेश करता है तो उसे प्रति वर्ष 165 रुपये का लाभांश मिलेगा। मई में एसबीआई ने 13.7 रुपये प्रति शेयर का अंतिम लाभांश घोषित किया था। इस साल अब तक स्टॉक में 30 फीसदी की तेजी आ चुकी है।
बैंक ऑफ महाराष्ट्र की बात करें तो इस हफ्ते शेयर 65 रुपये पर बंद हुआ। इसकी डिविडेंड यील्ड 2.15 फीसदी है। यानी अगर कोई निवेशक (Dividend Income) एक साल में इस शेयर में 10000 रुपये निवेश करता है तो उसे हर साल 215 रुपये का डिविडेंड मिलेगा। अप्रैल में बैंक ने प्रति शेयर 1.4 रुपये का अंतिम लाभांश घोषित किया था। इस साल अब तक इस शेयर ने 42 फीसदी का रिटर्न दिया है।
रिजर्व बैंक ने भी लाभांश दिया
मई में भारतीय रिजर्व बैंक ने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए केंद्र सरकार को 2.11 लाख करोड़ रुपये के लाभांश को मंजूरी दी थी। यह पिछले साल की तुलना में दोगुनी रकम है। वित्त वर्ष 2022-23 के लिए आरबीआई ने सरकार को 87416 करोड़ रुपये का लाभांश दिया था। इससे पहले वित्त वर्ष 2018-19 में आरबीआई ने सरकार को 1.76 लाख करोड़ रुपये का लाभांश दिया था।