डीईए में सचिव रहे सुभाष चंद्र गर्ग ने कहा- लोग कर रहे इन नोटों की जमाखोरी
नई दिल्ली/नवप्रदेश। नोटबंदी (demonetisation) के बाद चलन मेंं लाए गए 2000 रुपए के नोट (2000 rupees currency notes) बंद किए जा सकते (can be demonetised) हैं। यह कहना है कि केंद्र के आर्थिक मामलों केे विभाग (डीईए) में सचिव रहे सुभाष चंद्र गर्ग (shubhash chandra garg) ।
गर्ग का कहना है कि 2000 रुपए के नोटों के बड़े हिस्से की लोगों द्वारा जमाखोरी (hoard) की जा चुकी है और अब यह चलन में दिखाई नहीं दे रहे हैं। बता दें कि मौजूदा स्थिति में चलन की कुल मुद्रा का एक तिहाई भाग 2000 रुपए (2000 rupees currency notes) के नोटों के रूप में है।
ऐसे किये जा सकते हैं बंद
गर्ग ने कहा कि 2000 केे नोटों को अर्थव्यवस्था में बिना किसी व्यवधान केे बंद किया जा सकता है (can bed demonetised) । एक आसान तरीका इन्हें बैंक खातों में जमा करना है (कोई काउंटर रिप्लेसमेंट नहीं)।
वरिष्ठों को दी थी सूचना
गर्ग ने कहा कि उन्होंने 31 अगस्त को कार्यालय छोडऩे से पहले वरिष्ठ अधिकारियों के पास इस संबंध का नोट (सूचना) भेजा था। यह नोट गर्ग ने देश को 2024-25 तक 5 ट्रिलियन डॉलर और 2030 तक 10 ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी बनाने के लिए जरूरी नीतिगत उपायों के संबंध में लिखा था।
फिर से वापसी कर रहा कैश
गर्ग (shubhash chandra garg) ने कहा कि कैश अब अतीत बन चुका है, लेकिन कुछ अलग कारणों से यह उन देशों में फिर से वापसी कर रहा है, जहां बैंकों में पैसे रखने पर ब्याज मिलने की जगह जमाकर्ता को ही शुल्क अदा करना पड़ता है। और उन देशों में भी जहां निवेशकों को बॉन्ड पर दिए जाने वाले प्रीमियम की तुलना में ब्याज कम प्राप्त होता है।