जानलेवा कोरोना वायरस (corona virus) ने पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले लिया है, भारत (india) भी इससे अछूता नहीं है। देश में कोरोना संक्रमितों (Corona infected) की संख्या 20,000 हो चुकी है। इसके बावजूद भारत में स्थिति काबू में है। एक अमेरिकी संस्था ने अपने सर्वे में कहा है कि कोरोना (corona) से निपटने में भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पहले नंबर पर है। भारत की यह उपलब्धि देश के कुछ विपक्षी दलों को रास नहीं आ रही है और वे लगातार मोदी सरकार पर निशाना साध कर दुनिया में देश की छवि धुमिल करने की कोशिश कर रहे है।
आज जरूरत इस बात की है कि सत्तापक्ष और विपक्ष कंधे से कंधा मिलाकर इस वैश्विक संकट से निपटने का रास्त तलाशे। किन्तु मोदी सरकार को बदनाम करने के लिए कुछ स्नाम धन्य नेता अनरगल प्रलाप कर रहे है। बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बेनर्जी तो सीधे केन्द्र से टकराव मोल ले रही है।
उन्होने पहले तो बंगाल में केन्दीय टीम को भेजे जाने का कड़ा विरोध किया लेकिन जब केन्द्र सरकार ने तल्ख तेवर दिखाए तब कहीं जाकर उन्होने केन्द्रीय दल को बंगाल में काम करने की इजाजत दी। बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बेनर्जी के क्रिया कलापों पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए बंगाल के राज्यपाल ने आरोप लगाया है कि बंगाल सरकार जमातियों के खिलाफ कडऱ्ी कार्यवाही नहीं कर रही है और गरीबों के हिस्से के राशन की बंदरबांट कर रही है।
इधर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी विवादास्पद ट्वीट कर कहा है कि आखिर हिन्दुस्तान के गरीब कब जागेंगे, आप भूखे मर रहे है और वो आप के हिस्से के चांवल से सेनेटाईजर बनाकर अमीरों के हाथ साफ करा रहे है। देश जब संकट के दौर से गुजर रहा है तब इस तरह की टीका टिप्पणी करना और कोरोना (corona virus) को लेकर राजनीति करना कतई उचित नहीं है।
राहुल गांधी के इस ट्वीट का केन्द्रीय खद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री रामविलास पासवान ने जवाब दिया है। उन्होने स्पष्ट किया है कि देश में अनाज का पर्याप्त भंडार मौजूद है। अतिरिक्त चांवल से ही बायो ऐथेनॉल बनाकर उससे सेनेटाईजर बनाया जा रहा है। गौरतलब है कि सेनेटाईजर ही कोरोना के संक्रमण से बचाव का कारगर उपचार है, सेनेटाईजर का उपयोग अमीर और गरीब सभी लोगों के लिए जरूरी है।
बेहतर होगा कि कोरोना (corona virus) के कारण देश में जो हालात बने है उससे निपटने के लिए सभी मिल जुलकर काम करें इस मुद्दे पर राजनीति न करें, राजनीति करने के लिए मुद्दों की कमी नहीं है। उम्मीद की जानी चाहिए कि विपक्ष स्तर हीन राजनीति करना बंद कर के कोरोना के खिलाफ जंग में सरकार का साथ देगा।