Site icon Navpradesh

Corona से बेपटरी अर्थव्यवस्था में सुधार के लिए RBI ने किए ये बड़े ऐलान, 50…

corona, gdp, rbi, economy, navpradesh,

corona, gdp, rbi,

मुंबई/नवप्रदेश। कोरोना (corona) वायरस के संक्रमण के कारण चालू वित्त वर्ष में देश की आर्थिक विकास दर (gdp) के मात्र 1.9 फीसदी रहने का अनुमान जताते हुए रिजर्व बैंक (rbi) ने शुक्रवार को रिवर्स रेपो दर में कमी करते हुए अर्थव्यवस्था (economy) में तेजी के लिए कई उपायों की घोषणा की है।

रिजर्व बैंक (rbi)क े गवर्नर शक्तिकांत दास ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये संवाददाता सम्मेलन में इन उपायों की घोषणा की। उन्होंने कहा कि कोरोना (corona) संकट से उत्पन्न नकदी संकट को दूर करने के लिए रिजर्व बैंक पूंजी बाजार में 50,000 करोड़ रुपये की मदद करने जा रहा है।

गवर्नर ने कहा कि कोरोना (corona) संकट की वजह से भारत की जीडीपी विकास दर (gdp) 1.9 रहने का अनुमान जताया गया है जो जी20 देशों में सबसे बेहतर है। उन्होंने कहा, हम पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था पर नजर रख रहे हैं। भारत के हालात दूसरे देशों से काफी बेहतर हैं। आरबीआई (rbi) गवर्नर ने कहा कि मौसम विभाग ने साल 2020 में मानसून अच्छा रहने का अनुमान लगाया है। इससे अर्थव्यवस्था को गति मिल सकती है, अब भी ग्रामीण अर्थव्यवस्था आगे बढ़ रही है।

नाबार्ड को 25 हजार करोड़ देने का ऐलान

उन्होंने अच्छे मानसून के अनुमान को अर्थव्यवस्था के लिए अच्छा बताया। उन्होंने कहा कि महामारी के दौर में बैंकिंग क्षेत्र काम कर रहे हैं। उन्होंने नाबार्ड को 25 हजार करोड़ देने का ऐलान किया। हाउसिंग सेक्टर को 10 हजार करोड़ रुपए देने का ऐलान किया गया। उन्होंने कहा कि वैश्विक अर्थव्यवस्था बुरे दौर में है। उन्होंने आश्वस्त किया कि नकदी की कमी नहीं होने दी जाएगी। रिजर्व बैंक ने देश में कोरोना के बढ़ते मामले पर नजर बनाये रखी है और देश में कामकाज को सुचारु बनाये रखने के लिए कई पहल की है। रिजर्व बैंक ने फिलहाल बैंकों को डिविडेंड बांटने से भी मना कर दिया है।

ऐसे समझें रिवर्स रेपो रेट में कमी के मायने


-रिवर्स रेपो रेट वह दर है जिस पर आरबीआई अन्य बैंकों से पैसे लेता है।
-इस दर में कमी किए जाने से बैंकों को आरबीआई में पैसा रखने की जरूरत नहीं।
-रिवर्स रेपो रेट में 25 बेसिस पॉइंट की कमी की गयी है, यह अब 3.75 फीसदी पर आ गया है।

आरबीआई गवर्नर की बड़ी बातें


ग्रामीण अर्थव्यस्था को आगे बढ़ाने की कोशिश
दास ने कहा कि रिजर्व बैंक ने छोटे और मंझोले उद्योगों को धनराशि देने का फैसला किया है। ग्रामीण अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा, ‘मैं उन सभी लोगों के साथ खड़ा हूं जो कोरोना नाम की इस महामारी के दौर में जरूरी सेवा के लिए रोज घर से बाहर निकल कर काम करने जा रहे हैं। मैं उन लोगों का भी धन्यवाद करता हूं जो कोरोना से इस लड़ाई में अपनी चिंता किये बिना लोगों की सेवा कर रहे हैं।Ó

बाद में बढ़ेगी जीडीपी की रफ्तार
दास ने कहा कि कोरोना संकट के बीच रिजर्व बैंक सभी हालात पर नजर रखे हुए है, कदम-कदम पर फैसले लिए जा रहे हैं। कोरोना संकट की वजह से जीडीपी की रफ्तार घटेगी, लेकिन बाद में ये फिर तेज रफ्तार से दौड़ेगी। कई ऐसी रिपोर्ट आई हैं जिनमें कहा गया है कि कोरोना की वजह से ग्लोबल इकोनॉमी आर्थिक मंदी के दौर में जा सकती है। इसके बाद भी भारत की जीडीपी विकास दर तुलनात्मक रूप से बेहतर रहने की उम्मीद जाहिर की गयी है।

WhatsAppFacebookPrintShare
Exit mobile version