Editorial: छत्तीसगढ़ के दुर्ग में मानव तस्करी और धर्मान्तरण कराने के आरोप में ननों की गिरफ्तारी के मामले को लेकर कांग्रेस ने दिल्ली में प्रदर्शन किया और गिरफ्तार ननों की रिहाई की पुरजोर मांग की । इस घटना को लेकर छत्तीसगढ़ के दो सांसदों विजय बघेल और महेश कश्यप ने संसद में पुरजोर ढंग से यह मुद्दा उठाया और गरजना की है कि छत्तीसगढ़ में मानव तस्करी और धर्मान्तरण को कतई बर्ताश्त नहीं किया जाएगा।
दुर्ग के सांसद विजय बघेल ने तो बेहद तिखे तेवर दिखाते हुए कहा कि इस घटना से कांग्रेस का चेहरा, चाल और चरित्र उजागर हो गया है। धर्मान्तरण कराने वाली नन का पक्ष लेकर राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वे धर्मान्तरण कराने वालों के पक्षधर हैं और वे इस मामले में भ्रम फैला रहे हैं ताकि शांतिप्रिय छत्तीसगढ़ में अराजकता का माहौल पैदा हो। उन्होंने साफ कहा कि कानून अपना काम करेगा।
वहीं बस्तर के सांसद महेश कश्यप ने भी कहा कि बस्तर की भोली भाली बेटियों को धर्मान्तरण के जाल में फंसाया जा रहा है और विपक्ष के नेता हमारी आदिवासी बेटियों की तस्करी करने वाले लोगों को संरक्षण दे रहे हैं। गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में लंबे समय से आदिवासी क्षेत्रों की गरीब और भोली भाली लड़कियों को प्रलोभन देकर उनका धर्मान्तरण कराने का खेल खेला जा रहा है। जिसका समय समय पर हिन्दूवादी संगठन विरोध करते रहे हैं। अब तो दो ननों की गिरफ्तारी से यह बात बिल्कुल स्पष्ट हो चुकी है कि मानव तस्करी और धर्मान्तरण का यह खेल अभी भी जारी है जिसे रोकने कड़े कदम उठाना निहायत जरूरी है।