Editorial: भारत में घुसपैठियों के खिलाफ जो कार्यवाही की जा रही है उससे उन राजनीतिक पार्टियों के पेट में दर्द उठ रहा है जिन्होंने घुसपैठियों को प्रश्रय देकर उन्हें अपना वोट बैंक बना रखा है।
सबसे ज्यादा घुसपैठिये बंगाल में है जिनके खिलाफ संभावित कार्यवाही को लेकर तृणमूल कांग्रेस की सुप्रीमो और बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी लगातार विरोध कर रही हैं वहीं अब टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने तो उल्टा चोर कोतवाल को डांटे वाली कहावत को चरितार्थ करते हुए घुसपैठ समस्या के लिए केन्द्र सरकार के सिर पर ठिकरा फोड़ दिया है।
इस बारे में उन्होंने बेहद विवादास्पद बयान देते हुए कहा है कि केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह का सिर काटकर प्रधानमंत्री की टेबल पर रख देना चाहिए। एक जिम्मेदार सांसद का ऐसा बयान निश्चित रूप से घोर निंदनीय है और इसके लिए उनके खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जानी चाहिए।
ये वही महुआ मोइत्रा हैं जो पूर्व में भी विवादास्पद बयान देकर मीडिया की सुर्खियां बटोरती रही है और एक बार तो उनकी संसद सदस्यता भी रद्द की गई थी फिर भी उन्होंने कोई सबक नहीं सीखा है। बहरहाल उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है। उम्मीद की जानी चाहिए की उनके विरूद्ध जल्द कड़ी कार्यवाही की जाएगी।