Bahraich violence: गणेश उत्सव और रामनवमी की तरह ही इस बार दुर्गोत्सव के दौरान भी बंगाल, बिहार, झारखंड, मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश के कई स्थानों पर अप्रिय स्थिति निर्मित हुई है।
जिसकी वजह से वहां दो संप्रदायों के बीच तनावपूर्ण स्थिति बन गई। उत्तरप्रदेश के बहराइच मेें तो दुर्गा विसर्जन के दौरान हिंसा भड़क उठी। दुर्गा विसर्जन झांकी निकाले जाने के दौरान एक समुदाय विशेष के लोगों ने पत्थरबाजी की और गोलियां भी चला दी।
जिसकी वजह से एक युवक की घटना स्थल पर ही मौत हो गई। और दर्जनभर से ज्यादा लोग घायल हो गए। इस घटना के खिलाफ वहां के लोगों का गुस्सा फूट पड़ा और लोगों ने आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की मांग करते हुए उग्र प्रदर्शन कर दिया।
दूसरे दिन भी हजारों की संख्या में लोग सड़कों पर उतर आए और जमकर तोडफ़ोड़ मचाना शुरू कर दिया। घरों को और दुकानों को निशाना बनाया गया।
मेडिकल स्टोर, निजी अस्पताल और एक हीरो होंडा के शोरूम सहित कई जगह आगजनी कर दी। आक्रोशित भीड़ को हिंसा से रोकने के लिए वहां तैनात पुलिस ने लाठीचार्ज किया और अश्रु गैस के गोले भी छोड़े भीड़ हिंसक प्रदर्शन करती रही।
मामले की गंभीरता को देखते हुए उत्तरप्रद्रेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने डीजीपी सहित अन्य आला अफसरों को बहराइच भेजा और उपद्रवियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही के निर्देश दिए।
इस हिंसा पर काबू न पाने के कारण कुछ पुलिस अफसरों को निलंबित भी किया गया है। बहरहाल उत्तरप्रदेश सरकार बहराइच हिंसा की घटना को लेकर गंभीर है और कड़े कदम उठाने जा रही है।
एक मामूली से विवाद को लेकर इस कदर हिंसा भड़कना इस बात का संकेत है कि बहराइच में दंगा फैलाने की सुनियोजित साजिश रची गई है। इसके पीछे किसका हाथ है। इसका तो उच्च स्तरीय जांच के बाद ही पता चलेगा।
ऐसे अराजक तत्वों को पहचान कर उनके खिलाफ जल्द से जल्द और कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जानी चाहिए। जो सामाजिक समरसता के दुश्मन बने हुए हैं।
बहरहाल बहराइच की हिंसक घटना के बाद पुलिस प्रशासन वहां मुस्तैद हो गया है। और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। उपद्रवियों को समझाइश दी जा रही है और साथ ही उनके साथ कड़़ाई की जा रही है।
उम्मीद की जानी चाहिए कि बहराइच में जल्द ही स्थिति सामान्य हो जाएगी और इस हिंसा के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सरकार कठोर कदम उठाएगी ताकि भविष्य में इस तरह की हिंसक घटनाओं की पुनरावृत्ति न होने पाए।
उत्तरप्रदेश को दंगों की आग में झोंकने की साजिश रचने वालों के खिलाफ भी योगी सरकार कड़े कदम उठाएगी ऐसी उम्मीद की जानी चाहिए।