Congress party’s protest against power cuts: छत्तीसगढ़ में बिजली की आंख मिचौली और अघोषित कटौती को लेकर आखिरकार कांग्रेस पार्टी ने राज्य व्यापी प्रदर्शन कर ही दिया। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी ने हाथों में लालटेन लेकर राज्य सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने बिजली के दामों में वृद्धि कर दी है, जबकि कांग्रेस के शासनकाल में बिजली दरों में कोई वृद्धि नहीं की गई थी, बल्कि बिजली बिल हाफ किया गया था।
कांग्रेस शासनकाल में बिजली की कोई कटौती नहीं हो रही थी, लेकिन भाजपा सरकार बनने के बाद से न सिर्फ बिजली की दर बढ़ाई गई है बल्कि बिजली की कटौती भी की जा रही है। विपक्ष का यह आरोप सही है।
वाकई विद्युत के मामले में सरप्लस राज्य होने के बावजूद छत्तीसगढ़ में घंटो बिजली की अघोषित कटौती होना वाकई हैरत की बात है। गर्मी के मौसम में राजधानी रायपुर से लेकर लगभग सभी शहरों के लोग बिजली की आंखमिचौली और लो वोल्टेज की समस्या से जूझते रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में तो स्थिति और भी बदतर हो गई थी।
अब बरसात के मौसम में भी अघोषित बिजली कटौती (Congress party’s protest against power cuts) से लोग त्रस्त हो चले हैं। राज्य सरकार को चाहिए कि वह बिजली की व्यवस्था को सुचारू बनाने के कारगर कदम उठायें और विपक्ष को अपनी अलोचना का औसर न दें।
यदि उम्मीद की जानी चाहिए कि साय सरकार इसे गंभीरता से लेगी और प्रदेश में पटरी से उतरी विद्युत व्यवस्था को दुरूस्त करने के लिए जल्द से जल्द कड़े कदम उठाकर बिजली उपभोक्ताओं को राहत प्रदान करेगी।