Congress on target of TMC after election results: महाराष्ट्र चुनाव के नतीजे घोषित होने के बाद वहां बुरी तरह से हारी कांग्रेस पार्टी अब सहयोगी दलों के निशाने पर आ गई है। तृणमूल कांग्रेस ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा है कि इस हार के बाद अब कांग्रेस को अहंकार छोड़कर टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी को आईएनडीआईए का नेता बना देना चाहिए।
टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी ने एक बयान जारी कर कहा है कि आईएनडीआईए की मजबूती के लिए एक निर्णायक नेतृत्व की आवश्यकता है और ममता बनर्जी ही इसके लिए सबसे उपयुक्त हैं। जिनका नेतृत्व बंगाल में सफल रहा है। और भाजपा को ममता बनर्जी ही चुनौती दे रही हैं।
वे एक जुझारू नेता हैं और भाजपा से लडऩे का उनका ट्रैक रिकॉर्ड भी शानदार है। इसलिए आईएनडीआईए की कमान संभालने के लिए ममता बनर्जी एक आदर्श चेहरा हैं। यदि वो अभी भी एकजुट नहीं होंगे तो आगे भी इसी तरह पराजय का सामना करना पड़ेगा।
महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा के अलावा जिन 11 राज्यों में विधानसभा की रिक्त सीटों के लिए उपचुनाव हुए थे। उसमें भी भाजपा ने शानदार प्रदर्शन किया है जबकि कांग्रेस को इन उपचुनावों में भी मात खानी पड़ी है। सिर्फ बंगाल ही एकमात्र राज्य रहा है।
जहां टीएमसी ने विधानसभा उपचुनाव की सभी सीटें जीती है। जबकि भाजपा ने उत्तरप्रदेश की 9 में से 7, राजस्थान की 7 में से 5, असम की पांचों सीटें बिहार की चारों सीटें तथा मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, गुजरात, उत्तराखंड, सिक्किम और मेघालय की एक-एक रिक्त सीटें अपने नाम की हैं। अधिकांश राज्यों में कांग्रेस का खाता भी नहीं खुला है।
इस लिहाज से यह तो मानना ही पड़ेगा की बंगाल में तृणमूल कांग्रेस को चुनौती देने वाला कोई नहीं है। ऐसी स्थिति में आईएनडीआईए की कमान ममता बनर्जी जैसी अनुभवी और तेज तर्रार महिला नेत्री को सौंपे जाने की मांग उठना स्वाभाविक है।
आईएनडीआईए को चाहिए की वह अपने गठबंधन की कमान सक्षम हाथों में सौंपे अन्यथा आईएनडीआईए आगे चलकर टूट का शिकार हो जाए तो कोई आश्चर्य नहीं होगा।