Condition of Pakistan : पड़ौसी देश पाकिस्तान दिवालिएपन की कगार पर पहुंच गया है। भारत के साथ दुश्मनी भुनाने के लिए पाकिस्तान शुरू से ही अपने रक्षा बजट में लगातार वृद्धि करता रहा और विकास को हाशिए पर रखता रहा। वहां चाहे जिसकी भी सरकार रही हो उसका रिमोट कंट्रोल पाकिस्तानी सेना के पास ही रहा है। नतीजतन पाकिस्तान में भ्रष्टाचार परवान चढ़ता रहा और वह देश खोखला होता रहा। आज स्थिति यह है कि पाकिस्तान के पास सिर्फ साढ़े चार अरब डॉलर की विदेशी मुद्रा बची हुई है। जिससेे पाकिस्तान में एक माह का भी गुजारा संभव नही है। पाकिस्तानी हुक्मरान देश को आर्थिक बदहाली से ऊबारने के लिए सरकारी संपत्ति को बेचने पर विवश हो गए है।
२ गैंस प्लांट कतर को बेच दिए गए है वहीं पाकिस्तान (Condition of Pakistan) की कई सरकारी संपत्तियों पर चीन ने अपनी गिद्ध दृष्टि जमा रखी है क्योंकि चीन ने पाकिस्तान को गले तक कर्ज में डुबा रखा है। पाकिस्तान के हुक्मरान एक बार फिर सारी दुनिया के सामने भीख का कटोरा लेकर दर दर भटक रहे है लेकिन अब उन्हे खैरात भी नहीं मिल रही है। चीन, साउदी अरब और यूएई ऐसे देश रहे है जो पाकिस्तान की मदद करते आए है लेकिन अब ये तीनों भी अपने हाथ खींच रहे है। आखिर कोई किसी को कब तक खैरात बांट सकता है। इधर पाकिस्तान की आवाम आसमान छूती महंगाई से हलाकान हो चुकी है।
वहां महंगाई इस कदर बढ़ चुकी है कि लोगों के सामने भूखों मरने की नौबत आ गई है। पाकिस्तान में चीन में मिले कोरोना वायरस और ओमिक्रॉन के मुख्य उप-स्वरुप एक्सबीबी की मामले की पुष्टि हुई है. राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान (एनआईएच) इस्लामाबाद और आगा खान विश्वविद्यालय (एकेयू) ने द न्यूज इंटरनेशनल के हवाले से मामले की पुष्टि की है. कोरोना का एक्सबीबी 1.5 वेरिएंट एक्सबीबी का ही उप स्वरूप जो कि ओमीक्रॉन से ही उत्पन्न हुआ है. इसका मतलब है कि यह क्च्र.2 सबवैरिएंट से उत्पन्न हुए कोरोनावायरस के दो संस्करणों से आनुवंशिक डेटा को वहन करता है।
सड़कछाप होटलों में ही एक रोटी ६० रूपए में मिल रही है। पानी, बीजली, पेट्रोल और गैस की भी किल्लत मची हुई है। स्थिति यह है कि डीजल के आभाव में पाकिस्तान में रेलगाडिय़ों के पहिए थमने की स्थिति आ गई है। पाकिस्तान अपनी करनी का ही दुष्परिणाम भुगत रहा है और अब पूरी तरह से कंगाल हो चुका है। अंतर्राष्ट्रीय बैंकों से भी उसे आर्थिक मदद मिलने की संभावना छिण हो चली है।
ऐसी वित्तीय मदद का वह दुरूपयोग करता रहा है जिसके चलते अब उसे विदेश कर्ज मिलने के रास्ते भी बंद होते जा रहा है। जाहिर है आने वाले समय में पाकिस्तान में गृह युद्ध के हालात पैदा हो जाएंगे। दूसरी ओर डॉव यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज कराची के प्रोफेसर, सईद खान ने कोरोना के बीएफ.7 संक्रमण नहीं मिलने की पुष्टि की है. हालांकि उन्होंने ये भी आशंका जताया है कि अगर बीएफ.7 के मामले मिलते हैं तो कोरोना संक्रमण (Condition of Pakistan) में तेजी से उछाल आएगा।