Central Investigative Agencies : भारत में कैंसर की तरह लाईलाज हो चुके भ्रष्टाचार के खात्में के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अब केन्द्रीय जांच एजेंसियों को खुली छूट दे दी है। सीबीआई के ६०वें स्थापना दिवस समारोह को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्पष्ट कहा है कि भ्रष्टाचारियों के खिलाफ यह लड़ाई और तेज की जाएगी। उन्होने सीबीआई के कामों की सराहना करते हुए कहा है कि अपनी स्थापना के ६० सालों के भीतर सीबीआई ने भ्रष्टाचार को रोकने प्रभावी पहल की है। यही वजह है कि आज देश में सीबीआई की ऐसी विश्वसनीयता कायम हुई है कि कहीं भी कोई गड़बड़ी होती है तो लोग सीबीआई जांच की मांग करते है। यह विश्वसनीयता ही सीबीआई की सबसे बड़ी उपलब्धि है।
प्रधानमंत्री ने सीबीआई अफसरों को इस बात का भरोसा दिलाया कि भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग में सरकार सीबीआई को हर संभव सहयोग देगी और उन्हे खुली छूट है कि वे भ्रष्टाचारियों के खिलाफ स्वतंत्र होकर कार्यवाही सुनिश्चित करें। इस मामले में सरकार की राजनीतिक इच्छाशक्ति कभी कमजोर नहीं होगी। अलबत्ता भ्रष्टाचारी जरूर सीबीआई जैसी केन्द्रीय एजेंसियों पर निशाना साध सकते है लेकिन इससे सीबीआई को हतोत्साहित होने की आवश्यकता नहीं है। सरकार और देश की पूरी जनता भ्रष्टाचारियों के खिलाफ ऐसी हर जांच में उनके साथ है। जाहिर है सीबीआई इसके स्थापना दिवस समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भ्रष्टाचारियों को भी चेतावनी दे दी है कि उनके खिलाफ जांच की कार्यवाही निरंतर जारी रहेगी।
अब कोई भी भ्रष्टाचारी बच नहीं पाएगा। गौरतलब है कि इसके पूर्व भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भाजपा कार्यकर्ताओं की एक बैठक में भी भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई का जिक्र करते हुए कहा था कि केन्द्रीय एजेंसियां जिस तरह की कार्यवाही कर रही है उससे आम जनता खुश है वे जहां भी जाते है लोग उनसे यही कहते है कि मोदी जी रूकना मत। इससे स्पष्ट है कि भारत को भ्रष्टाचार मुक्त देश बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कृत संकल्पित है और इसके लिए उन्होने सीबीआई और ईडी सहित सभी केन्द्र्रीय एजेंसियों को फ्री हेंड दे रखा है। यही वजह है कि केन्द्रीय जांच एजेंसियां लगातार भ्रष्टाचारियों के खिलाफ मुहिम चला रही है जिससे भ्रष्टाचारियों में हड़कंप मची हुई है।
देश की जनता वास्तव में भ्रष्टाचार के खिलाफ इस लड़ाई का स्वागत कर रही है। उम्मीद की जानी चाहिए कि भ्रष्टाचारियों को न्यायालय भी उनकी करतूत की कड़ी सजा देंगे तभी भ्रष्टाचारियों में कानून का डर पैदा होगा। सीबीआई के हीरक जयंती समारोह को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा कि मौजूदा सरकार में भ्रष्टाचार से लडऩे के लिए राजनीतिक इच्छाशक्ति की कमी नहीं है। उन्होंने कहा कि देश और इसके नागरिकों की इच्छा है कि किसी भी भ्रष्ट व्यक्ति को बख्शा नहीं जाना चाहिए। उन्होंने कहा, ”भ्रष्टाचार कोई सामान्य अपराध नहीं होता।
भ्रष्टाचार, गरीब से उसका हक छीनता है, अनेक अपराधों को जन्म देता है। भ्रष्टाचार, लोकतंत्र और न्याय के रास्ते में सबसे बड़ा रोड़ा होता है।” उन्होंने कहा कि सरकार ने मिशन मोड पर काले धन और बेनामी संपत्ति के खिलाफ कार्रवाई शुरू की है।
उन्होंने कहा, ”भ्रष्टाचारियों के अलावा हम भ्रष्टाचार के कारणों से भी लड़ रहे हैं।”