-सरकारी बैंकों में अपनी कुछ हिस्सेदारी बेचने की तैयारी
नई दिल्ली। Bank Disinvestment: सरकार निकट भविष्य में कुछ सरकारी बैंकों में अपनी कुछ हिस्सेदारी बेचने की तैयारी कर रही है। केंद्र सरकार कुछ सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में अपनी कुछ हिस्सेदारी बेचने की योजना बना रही है। एक रिपोर्ट के मुताबिक सरकार सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में 5 से 10 फीसदी हिस्सेदारी बेचने पर विचार कर रही है। इसके लिए विस्तृत रोडमैप तैयार किया जा रहा है।
जिनमें ये बैंक भी शामिल हैं
रिपोर्ट के मुताबिक, मोदी सरकार भविष्य में 80 से ज्यादा इक्विटी हिस्सेदारी वाले छह सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में 10 फीसदी तक हिस्सेदारी बेच सकती है। रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि सरकार जल्द ही इन बैंकों में हिस्सेदारी बेचने के लिए एक व्यापक रोडमैप तैयार करेगी। बैंक ऑफ इंडिया, इंडियन ओवरसीज बैंक, पंजाब एंड सिंध बैंक, बैंक ऑफ महाराष्ट्र, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया और यूको बैंक के पास 80 प्रतिशत से अधिक सरकारी स्वामित्व है। यानी सरकार इन बैंकों में अपनी हिस्सेदारी बेच सकती है।
क्या करना है?
रिपोट्र्स के मुताबिक, सरकार ऑफर फॉल सेल के तहत इन बैंकों में हिस्सेदारी बेच सकती है। ऐसा कहा जा रहा है कि सरकार सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की शेयर कीमतों में बढ़ोतरी का फायदा उठाना चाहती है। इस बीच, सरकारी बैंकों ने बेहतर प्रदर्शन के साथ-साथ अपने बैंक ऋण भी कम कर दिए हैं, जिससे उनके शेयरों में तेजी आई है। पीएसयू बैंक इंडेक्स पिछले निफ्टी प्राइवेट बैंक इंडेक्स के 6.9 फीसदी के मुकाबले 34 फीसदी बढ़ा है।