Britain ki Kaman : अमेरिका में भारतीय मूल की कमला हैरिस के उपराष्ट्रपति बनने के बाद अब ब्रिटेन में प्रधानमंत्री पद पर भारतीय मूल के ऋषि सुनक का निर्वाचन भारतीयों के लिए गर्व की बात है। इसके पहले भी अन्य कई देशों में भारतीय मूल के लोग प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति पद पर पहुंच चुके है लेकिन वह ब्रिटेन जिसने २०० सालों तक भारत पर राज किया था वहां की कमान किसी भारतीय मूल के व्यक्ति के हाथों में आना निश्चित रूप से भारत के लिए गर्व की बात है।
ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री ऋषि सुनक हिन्दु धर्म और संस्कृति (Britain ki Kaman) के संवाहक है। उन्होने जब पहली बार सांसद के रूप में शपथ ग्रहण की थी तो उन्होने भागवत गीता पर हाथ रख कर शपथ ली थी। वे हर साल अपने घर में दीपावली मनाते है और जन्माष्टमी पर गौमाता की पूजा करते है। इस बारे में जब उनसे एक ब्रिटिश अखबार ने सवाल किया था तो उन्होने गर्व से कहा था कि वे एक हिन्दु और उन्हे इस बार पर गर्व है। यद्यपि ऋषि सुनक का जन्म इंग्लैंड में हुआ उनकी शिक्षा दिक्षा इंग्लैंड में हुई लेकिन वे अपनी भारतीय संस्कृति को भूले नहीं है।
यह बात हमारे उन नेताओं को समझनी चाहिए जो वोटों के लिए आडंबर रचा करते है। कई नेता तो ऐसे है जिन्हे खुद को हिन्दु कहने में संकोच होता है। बहरहाल ऋषि सुनक इस लिए ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बने है कि उनमें ब्रिटेन को कठिन समय में नेतृत्व देने की क्षमता है। इसके पहले ब्रिटेन की प्रधानमंत्री बनी लीस ट्रस्ट सिर्फ ४९ दिनों तक वहां की प्रधानमंत्री की रह पाई क्योंकि वे इंग्लैंड की गिरती अर्थव्यवस्था को नहीं संभाल पाई थी। ऐसे में ऋषि सुनक को ब्रिटेन का प्रधानमंत्री बनाया गया है कि वे ब्रिटेन को इस संकट से उबारें। ऋषि सुनक ने वित्त मंत्री रहते हुए ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था को बेहतर बनाने का काम किया था और कोरोनाकाल में ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था को चरमराने से बचाया था।
यही वजह है कि अब उन्हे ब्रिटेन का प्रधानमंत्री बनाया गया है और उम्मीद की जा रही है कि वे ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने में सफल होंगे। गौरतलब है कि हाल ही में भारत ने ब्रिटेन को पछाड़ कर दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने का गौरव प्राप्त किया था। भारत में हर भारतीय ऋषि सुनक के ब्रिटेन का प्रधानमंत्री बनने से गौरवान्वित महसूस कर रहा है लेकिन कुछ लोग इसमें भी नुक्ताचीनी (Britain ki Kaman) करने से बाज नहीं आ रहे है। भगवान ऐसे लोगों को सद्बुद्धि प्रदान करें।