Alleged Diary in CG : शिक्षा मंत्री टेकाम इस्तीफा दे, तत्काल हो एसआईटी का गठन – कौशिक
रायपुर/नवप्रदेश। Alleged Diary in CG : छत्तीसगढ़ में फिर एक डायरी ने सियासत गरमा दिया है। स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने शुक्रवार को CM भूपेश बघेल से डायरी के संबंध में मुलाकात की।
मंत्री टेकाम ने शिक्षा विभाग की कथित डायरी को लेकर आ रही खबरों पर संज्ञान में लेते हुए पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग मुख्यमंत्री से की है। उन्होंने सीएम भूपेश से कहा कि इस फर्जी शिकायती पत्र के माध्यम से शिक्षा विभाग और इसके अधिकारियों की छवि धूमिल करने की कोशिश की जा रही है।
गौरतलब है कि शिक्षा विभाग में एक कथित डायरी के माध्यम से पदस्थापना के नाम पर पैसों के लेनदेन का झूठा आरोप लगाया जा रहा था। लोक शिक्षण संचालनालय के उप संचालक आशुतोष चावरे के हस्ताक्षर युक्त फर्जी शिकायती पत्र के माध्यम से शिक्षा विभाग में भ्रष्टाचार के आरोप लगाए जा रहे थे और सोशल मीडिया के माध्यम से इस बात को प्रचारित किया जा रहा था कि शिक्षकों (Alleged Diary in CG) के पदस्थापना में लेनदेन की गयी है।
उपसंचालक ने थाने में दर्ज करायी एफआईआर
मामले की जानकारी मिलने के बाद लोक शिक्षण संचालनालय के उप संचालक आशुतोष चावरे ने नवा रायपुर के राखी पुलिस थाने में अपनी तरफ से एफआईआर दर्ज करायी है। एफआईआर क्रमांक 09/2022 में राखी पुलिस ने भारतीय दंड संहिता 1860 की धारा 419 तथा धारा 469 के तहत अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ जुर्म दर्ज किया है।
उप संचालक चावरे ने अपने बयान में कहा है कि विगत दो माह से अज्ञात व्यक्तियों के द्वारा उनके नाम, पदनाम और सील का छद्म उपयोग कर फर्जी शिकायत पत्र तैयार किया जा रहा है और इसे जनप्रतिनिधियों तथा विभिन्न संस्थानों को भेजा जा रहा है। उप संचालक के अनुसार लेनदेन से संबंधित आरोपों वाले शिकायती पत्र में उनके जाली हस्ताक्षर (Alleged Diary in CG) का इस्तेमाल किया गया है और इसके माध्यम से उनकी तथा विभाग की छवि खराब करने की कोशिश की गयी है। इसको लेकर उप संचालक चावरे ने अपनी शिकायत राखी पुलिस थाने में की थी। शिकायत को प्रथम दृष्टया सही पाते हुए राखी पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है।
SIT गठित कर की जाये जांच – कौशिक
वहीं अब कथित डायरी (Alleged Diary in CG) को लेकर विपक्षी दल भी राज्य सरकार पर हमला बोल रही है। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने आरोप लगते हुए कहा कि शिक्षा विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार का पर्दाफाश आखिरकार हो ही गया है। उन्होंने कहा कि कथित डायरी में बड़े साहब को करोड़ों रुपए पहुंचाने की बात कही गई है, जिसमें ट्रांसफर, नियुक्ति और पोस्टिंग का उल्लेख सीधे तौर पर किया गया है। कथित डायरी को यदि सही माना जाए तो शिक्षा विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार दिखाई देने लगा है।
नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने प्रदेश के शिक्षा मंत्री पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर कहा कि 5 विधायकों ने जो आरोप शिक्षा मंत्री पर लगाये थे वह सत्य साबित हो रहा है। 336 व 69 पेज की कथित डायरी ने यह सिद्ध कर दिया है कि कांग्रेस की सरकार छोटे-मोट भ्रष्टाचारों पर विश्वास नहीं रखती है। 366 करोड़ का लेने-देन तो सिर्फ एक अधिकारी के डायरी में है ऐसी कई डायरियां अभी सामने आने वाली है तथा शीघ्र ही इसे सबके माध्यम से सामने लाया जावेगा। उन्होंने कहा कि अभूतपूर्व भ्रष्टाचार का यह अद्वित्तीय नमूना है, जिसमें प्रदेश के भोले-भाले शिक्षकों से भारी राशि अवैध रूप से ली गई, और डायरी में बडे सिलसिलेवार तरीके से एक-एक व्यक्ति जिससे राशि ली गई व जिसे दी गई है इसका विवरण बताता है कि कांग्रेस सरकार कितनी भ्रष्ट है।
उन्होंने सरकार को सलाह देते हुए कहा कि इस मामले पर एसआईटी गठन कर तत्काल जांच करें, ताकि मामले का पूरा पर्दाफाश हो सके। उन्होंने कहा की जांच बिंदुवार होनी चाहिए जिससे दोषी व्यक्ति को सजा मिल सके। साथ ही कौशिक ने कहा की मामले की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री को तत्काल शिक्षा मंत्री को उनके पद से बर्खास्त करना चाहिये।
नेता प्रतिपक्ष ने राज्य सरकार द्वारा लिए गए अब तक 51 हजार करोड़ रुपए के के लिए गए ऋण की बात दोहराते हुए कहा कि एक तरफ सरकार कर्ज के बोझ तले दबी हुई है, वहीं सरकार द्वारा लिए जा रहे ऋण का उपयोग केवल और केवल भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ता दिखाई दे रहा है।