पंजाब/नवप्रदेश। Big Corruption in Bank : पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने शुक्रवार को सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक रूपनगर में 1.24 करोड़ रुपये की वित्तीय धोखाधड़ी करने के आरोप में सहायक प्रबंधक बिक्रमजीत सिंह और वरिष्ठ प्रबंधक अशोक सिंह मान को गिरफ्तार किया।
राज्य सतर्कता ब्यूरो (वीबी) के एक प्रवक्ता (Big Corruption in Bank) ने कहा कि ब्यूरो में प्राप्त एक शिकायत की जांच के दौरान यह पाया गया कि आरोपी बिक्रमजीत सिंह ने अपनी पोस्टिंग के दौरान खाता आईडी, पासवर्ड और अन्य कर्मचारियों और बैंक प्रबंधकों के विवरण का दुरुपयोग करके धन का दुरुपयोग किया है।
उन्होंने कहा कि आरोपी प्रबंधक विभिन्न बैंकों से आवक चेक की निकासी और राज्य सहकारी बैंक के चालू खाते के मिलान के लिए जिम्मेदार था।
प्रवक्ता ने कहा कि आरोपी ने अपने आधिकारिक पद का दुरुपयोग किया और गबन किए गए धन को अपने परिवार और रिश्तेदारों के खातों में स्थानांतरित कर दिया और ऐसे खातों में कुल 1,24,46,547 रुपये की राशि हड़प ली गई। उन्होंने कहा कि दो साल पहले सहकारी बैंक द्वारा की गई आंतरिक जांच में भी बिक्रमजीत सिंह को दोषी ठहराया गया था।
प्रवक्ता ने आगे कहा कि बिक्रमजीत सिंह (Big Corruption in Bank) ने 2011 और 2016 के बीच अन्य कर्मचारियों के अलावा वरिष्ठ प्रबंधक अशोक सिंह मान के आईडी और पासवर्ड का इस्तेमाल किया था। आरोपी ज्यादातर अशोक सिंह मान के पासवर्ड और आईडी का इस्तेमाल करता था, लेकिन उसने कभी बैंक और उच्च अधिकारियों से शिकायत नहीं की, इसलिए इस मामले में वित्तीय धोखाधड़ी करने में उनकी मिलीभगत के लिए भी मामला दर्ज किया गया था।