Ayushman Bharat Mission : देश में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर और सर्व सुलभ बनाकर गरीब तबके के लागों को समुचित उपचार सुलभ कराने के लिए केन्द्र सरकार ने तीन साल पहले आयुषमान भारत मिशन की शुरूआत की थी जिसके तहत गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले लोगों को पांच लाख रूपए तक की नि:शुल्क चिकित्सा सुविधा सुलभ कराई जा रही है।
इसके तहत तीन सालों में लगभग 2 करोड़ लोगों का खर्चीला उपचार किया गया है। इस योजना के तहत एपीएल परिवारों को पाचास हजार रूपए तक की मुफ्त चिकित्सा सुविधा प्रदान की जा रही है। अब आयुषमान भारत मिशन का विस्तार किया गया है। विश्व पर्यटन दिवस पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आयुषमान भारत डिजिटल मिशन का शुभारंभ किया है जो चिकित्सा के क्षेत्र में एक नई क्रांती है।
अब प्रत्येक व्यक्ति का एक हेल्थ कार्ड (Ayushman Bharat Mission) बनेगा जिसके जरिए वह देश के किसी कोने में किसी भी अस्पताल में अपना उपचार करा सकेगा। प्रत्येक व्यक्ति की हेल्थ आईडी बन जाने से उसकी बीमारी संबंधी सारी जानकारी अब चिकित्सकों को सहजता पूर्वक सुलभ हो जाएगी। ऐसे में लोगों को अपनी बीमारी संबंधी केस हिस्ट्री फाईल रखने की जहमत से भी छुटकारा मिल जाएगा।
निश्चित रूप से यह योजना स्वागत योग्य है। इससे मरीजों और डॉक्टरों का समय बचेगा और गंभीर रोग से ग्रसित लोगों को किसी भी अस्पताल में न सिर्फ त्वरित उपचार मिल पाएगा बल्कि वे मरीज अब देश के नामी गिरामी विशेष चिकित्सकों से परामर्श भी ले पाएंगे। चिकित्सा क्षेत्र में अत्याधुनिक टेक्नालाजी का उपयोग बढ़ाना वक्त का तकाजा है।
यह किसी कदर उपयोगी सिद्ध हो रहा है यह इसी से समझा जा सकता है कि कोरोना काल में आरोग्य सेतू एप लांच किया गया था जो कोरोना के खिलाफ भारत की जंग में बेहद महत्वपूर्ण साबित हुआ है। इसी तरह आयुषमान भारत डिजिटल मिशन (Ayushman Bharat Mission) भी गरीब मरीजों के लिए वरदान बनेगा।