Asaduddin Owaisi Threat : केन्द्र सरकार ने तीन नए कृषि कानूनों को वापस ले लिया तो अब कुछ लोग यह मान बैठे है कि केन्द्र सरकार को हर मामले में झुकाया जा सकता है। असदुद्दीन ओवैसी ने केन्द्र सरकार को गीदड़ भभकी दी है कि यदि एनसीआर और सीएए वापस नहीं लिया गया तो वे पूरे उत्तर प्रदेश को शाहीन बाग बना देंगे। ओवैसी शायद यह भूल गए है कि उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार है, जो इस तरह की धमकी-चमकी से डरने वाली नहीं है।
यदि वहां शाहीन बाग बनाने की कोशिश की गई तो योगी सरकार ऐसे लोगों से निपटना जानती है। वैसे भी उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने जा रहे है, ऐसी स्थिति में इस तरह के किसी भी आंदोलन को योगी सरकार चलने नहीं देगी। रही बात केन्द्र सरकार की तो पीएम मोदी को संसद में पूर्ण बहुमत प्राप्त है और उसे कोई हिला भी नहीं सकता। वह मजबूर नहीं मजबूत सरकार है, उसने राष्ट्रहित को सामने रखकर कृषि कानूनों को वापस लिया है।
इसका मतलब यह नहीं कि वह ओवैसी (Asaduddin Owaisi Threat) और महबूबा मुफ्ती जैसे नेताओं की धमकी के आगे झुककर एनसीआर और सीएए कानून को वापस ले लें, या जम्मू कश्मीर से ३७० को खत्म कर दें। रही बात किसानों की तो यह मामला राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ गया था। आंदोलन में अराजक तत्वों की घुसपैठ होती जा रही थी और विदेशी ताकतेें किसान आंदोलन के बहाने देश के खिलाफ बड़ी साजिश को अंजाम देेने का षडयंत्र रच रही थी। इस खतरे को भांप कर ही केन्द्र सरकार ने व्यापक राष्ट्रीय हितों को मद्देनजर रखकर कृषि कानूनों को वापस लिया है।
इसे केन्द्र सरकार की कमजोरी न समझा जाएं, यदि ओवैसी यह सोचते है कि वे इस तरह की गीदड़ भभकी (Asaduddin Owaisi Threat) देकर सरकार को झुकाने में कामयाब हो जाएंगे तो यह उनकी बड़ी भूल होगी। भारत में लोकतंत्र है और जो भी कानून बनेगा यह संसद से बनेगा। सड़क पर उतर कर और सड़क जाम कर के ऐसे कानूनों को बदलवाने की मंशा रखने वाले नेता मुगालता न पालें।