An exciting win in a test match like in T-20: विश्व क्रिकेट के डेढ़ सौ साल पुराने इतिहास में यह पहली बार हुआ है कि किसी टेस्ट क्रिकेट में किसी टीम ने टी-20 खेल दिखाकर रोमांचक जीत दर्ज की हो।
यह कमाल किया है रोहित शर्मा की कप्तानी वाली भारतीय क्रिकेट टीम ने जिसने बांग्लादेश के खिलाफ पहला टेस्ट मैच शानदार तरीके से जीतने के बाद दूसरे और अंतिम टेस्ट मैच में भी हैरत अंगेज जीत दर्ज कर एक नया इतिहास रच दिया।
पाकिस्तान को उसके घर में ही हराने वाली बांग्लादेश की क्रिकेट टीम ने सपने मेे भी नहीं सोचा होगा कि टीम इंडिया ऐसी बुरी गत बनाएगी। दूसरे क्रिकेट टेस्ट मैच में पहले दिन का खेल ही पूरा नहीं हो पाया था कि बारिश ने उसमें बाधा डाल दी।
पहले बल्लेबाजी कर तीन विकेट के नुकसान पर 100 रन की पारी पर बांग्लाादेश मजबूत स्थिति में थी दूसरे और तीसरे दिन का खेल बारिश की वजह से हो नहीं पाया।
नतीजतन सभी ने यह मान लिया था कि दूसरा टेस्ट मैच बारिश की भेंट चढ़कर ड्रा हो जाएगा। किन्तु चौथे दिन जैसे ही खेल शुरू हुआ भारतीय गेंदबाज बांग्लादेश पर कहर बनकर टूटे और उसकी पूरी टीम को 233 रनों पर आउट कर दिया।
इसके बाद भारतीय क्रिकेट टीम ने इस टेस्ट मैच को टी-20 मैच के रूप में तब्दिल कर दिया इसकी धुंआधार शुरूआत टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा ने की जिन्होंने पहली 2 गेंदो पर 2 छक्के जड़कर एक नया इतिहाय बना दिया।
रोहित शर्मा और यशस्वी जयसवाल ने सिर्फ 3 ओवर में ही 50 रन बनाकर टेस्ट मैंचो के इतिहास में सबसे तेज 50 रन बनाने का रिकॉर्ड भारत के नाम कर दिया। रोहित शर्मा भले ही 3 छक्को और एक चौके की मदद से 23 रनों की छोटी सी पारी खेलकर आउट हो गये लेकिन यश्स्वी जयसवाल का बल्ला आग उगलता रहा
और उन्हें शुभमन गिल और विराट कोहली का अच्छा साथ मिला जिसकी वजह से टीम इंडिया ने टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज 100 रन, सबसे तेज डेढ़ सौ रन और सबसे तेज 200 रन बनाने का रिकॉर्ड भी बना डाला।
मात्र 35 ओवर में टीम इंडिया ने 285 रन बनाकर पारी घोषित कर दी और चौथे दिन के चौथे सत्र के दौरान बांग्लादेश को बल्लेबाजी कराकर उसके दो विकेट भी चटका दिये। इस तरह बारिश की भेंट चढ़े इस टेस्ट मैच को ड्रा होने की जगह भारत ने नतीजे देने वाला मैच बना दिया।
पांचवे दिन लंच के पहले ही बांग्लादेश को मात्र 146 रनों पर ढेर करके इस मैच में भारत ने अपना शिकंजा कस दिया। बांग्लादेश के खिलाफ दूसरी पारी में भी जसप्रीत बुमराह ने घातक गेंंदबाजी की और 3 विकेट झटके।
आर अश्विन और रविन्द्र जडेजा ने भी 3-3 विकेट दिए। भारत को इस मैच में अविश्वनीय जीत हासिल करने के लिए मात्र 95 रनों का लक्षय मिला जिसे उसने 18वें ओवर में ही 3 विकेट खोकर पूरा कर लिया।
यशस्वी जयसवाल ने दूसरी पारी में भी धुंआधार अर्ध शतक लगाया। कुल मिलाकर टीम इंडिया ने ड्रा होते मैच को जीतकर देश और दुनिया के क्रिकेट प्रेमियों को खुश कर दिया।
इस मैच के दौरान टीम इंडिया ने कई रिकॉर्ड बनाये हैं जो शायद ही कभी टूट पाये। रविन्द्र जडेजा ने इसी मैच में अपने विकेटों की या 300 के पार पहंचाई है और इसी के साथ वे टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज 300 विकेट लेने और 3000 हजार रन बनाने वाले विश्व के एकमात्र ऑलराउंडर बन गए है।
रन मशीन कहलाने वाले विराट कोहली ने भी इस मैच में अपने रनों की संख्या 27 हजार के पार पहुंचाई है। वहीं यशस्वी जयसवाल मात्र 31 गेंदो पर हाफ सेन्चुरी लगाने वाले तीसरे सबसे तेज बल्लेबाज बन गए है। इन सभी खिलाडिय़ों के लिए यह ऐतिहासिक मैच यादगार बन गया है।