Reliance Industries: दुनिया भर के देश वर्तमान में सौर उद्योगों के लिए चीन पर निर्भर हैं
नई दिल्ली। Reliance Industries: देश की सबसे कीमती रिलायंस इंडस्ट्रीज अब सोलर इंडस्ट्री में बड़ा कदम उठा रही है। यूरो में सबसे बड़ा सौर पैनल निर्माता आरईसी समूह खरीदने के लिए तैयार है। इसके लिए रिलायंस चाइना नेशनल केमिकल कॉर्प से बातचीत कर रही है। दोनों कंपनियों के बीच यह सौदा 1 अरब से 1.2 अरब के बीच होने का अनुमान है।
मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली रिलायंस (Reliance Industries) की अत्याधुनिक तकनीक और वैश्विक विनिर्माण क्षमताओं पर मजबूत पकड़ है। कंपनी ने हाल ही में हरित ऊर्जा क्षेत्र में प्रवेश की घोषणा की है। सूत्रों के मुताबिक, विश्व बैंक से 50 करोड़ से 60 करोड़ के कर्ज की प्रक्रिया के लिए बातचीत चल रही है। तो, शेष राशि इक्विटी के माध्यम से जमा की जाएगी। आरईसी समूह का मुख्यालय नॉर्वे में है और सिंगापुर में पंजीकृत है।
RCE Group चीन की सरकारी स्वामित्व वाली रासायनिक कंपनी Chemchaina का एक अंतरराष्ट्रीय सदस्य है। पिरेली टायर्स और सिनजेंटा में केमिकल का सबसे बड़ा निवेश है। आरईसी फोटोवोल्टिक अनुप्रयोगों और बहु-क्रिस्टलीय वेफर्स के लिए एक सिलिकॉन सामग्री के रूप में कार्य करता है। इसके अलावा, कंपनी रूफटॉप इंस्टॉलेशन, औद्योगिक और सोलर पार्कों के लिए सोलर सेल और मॉड्यूल बनाती है।
इस बीच, दुनिया भर के देश वर्तमान में पीडि़त हैं क्योंकि वे सौर उद्योगों के लिए चीन पर निर्भर हैं। नतीजतन, भारत और अमेरिका जैसी स्थानीय कंपनियां अब इसका प्रचार कर रही हैं। 2019 में जब सोलर पैनल बनाने में इस्तेमाल होने वाले पॉलीसिलिकॉन का एक तिहाई हिस्सा चीन के शिनजियांग प्रांत से आ रहा था। हालांकि, अब रिन्यू पावर, अदानी ग्रुप और रिलायंस इंडस्ट्रीज ने बड़े मैन्युफैक्चरिंग प्रोडक्ट्स की घोषणा की है।