अंबिकापुर/नवप्रदेश। AIIMS ki Politics : छत्तीसगढ़ में एक और एम्स खोलने के मामले में स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। विधानसभा के बजट सत्र के दौरान सिंहदेव ने बिलासपुर में एम्स की दूसरी शाखा खोलने के लिए पहल करने की जानकारी दी थी। इसे लेकर सरगुजा क्षेत्र के लोगों की नाराजगी सामने आई थी।
एम्स खोलने के लिए केंद्र को लिखा पत्र
अब सरगुजा क्षेत्र के बड़े आदिवासी नेता और पूर्व गृह व पंचायत मंत्री रामविचार नेताम ने अंबिकापुर में एक और एम्स की स्थापना के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया को पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने सिर्फ सरगुजा क्षेत्र के लिए ही नहीं, बल्कि झारखंड, उत्तरप्रदेश और मध्यप्रदेश के लोगों को भी मिलने वाले लाभ का उल्लेख किया है।
यह मुद्दा शांत होता कि भाजपा नेता रामविचार नेताम ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मांडविया को पत्र लिखकर ठहरे हुए पानी में पत्थर मारकर उसमें हलचल पैदा कर दी। नेताम ने केंद्रीय मंत्री को लिखा है कि उन्हें यह ज्ञात हुआ है कि रायपुर के अलावा दूसरे क्षेत्र में एक और एम्स की स्थापना का प्रस्ताव है। अत्यंत पिछड़ा और आदिवासी बहुल छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर का भू-भाग झारखंड, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश के सीमा से भी जुड़े होने से छत्तीसगढ़ प्रदेश व अन्य क्षेत्र के लाखों मरीज अंबिकापुर पर आश्रित हैं। अंबिकापुर शहर व शहर से अन्यत्र करीब 350 किलोमीटर परिक्षेत्र में कोई भी बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध नहीं है। सरगुजा के अंबिकापुर में बेहतर आवागमन की सुविधा, रेल मार्ग और वायु मार्ग उपलब्ध है। इस परिप्रेक्ष्य में प्रस्तावित एम्स की स्थापना अंबिकापुर में करने की मांग रखी है।