नई दिल्ली, नवप्रदेश। हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट के बाद से अडानी ग्रुप के शेयरों में लगातार गिरावट जारी है। जिसकी वजह से अडानी ग्रुप की दौलत में भी तेजी से कमी आ रही है। अडानी अमीरों की सूची में तीसरे नंबर से अब 15 वें नंबर पर पहुंच गए हैं।
शेयर मार्केट में जारी हलचल के बीच अब RBI (Adani Group Target Of RBI) भी एक्टिव हो गया है। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक RBI ने सभी बैंकों से अडानी ग्रुप और उनकी कंपनियों को दिए कर्ज और निवेश का पूरा ब्यौरा मांगा है। रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से ये जानकारी दी गई है।
हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट में अडानी ग्रुप के ऊपर उठाए सवाल को लेकर लोकसभा और राज्यसभा में जांच की मांग को लेकर जमकर हंगामा हुआ। जिसके बाद दोनों सदनों की कार्यवाही 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई (Adani Group Target Of RBI) है।
अडानी ग्रुप द्वारा अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड का FPO वापस लेने के बाद ग्रुप की कंपनियों के शेयरों में लगातार गिरावट जारी है। एफपीओ वापस लेने के बाद अडानी ग्रुप निवेशकों के 20 हजार करोड़ रुपये लौटाने का फैसला लिया (Adani Group Target Of RBI) है।
इसलिए FPO लिया वापस
अडानी ग्रुप का 20,000 करोड़ का FPO 27 जनवरी को सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था और 31 जनवरी को बंद हुआ। इसका प्राइस बैंड 3,112-3,276 रुपए प्रति शेयर रखा गया था। बुधवार को अडानी एंटरप्राइजेज का शेयर गिरकर 2,179.75 पर बंद हुआ था। शेयर में आई जबरदस्त गिरावट के कारण ही अडानी ग्रुप ने FPO वापस लेने का फैसला लिया है।
क्या बोले गौतम अडानी
FPO रद्द करने के बाद गौतम अडानी ने अपने बयान का एक वीडियो जारी किया है। जिसमें उन्होंने कहा कि पिछले हफ्ते स्टॉक में हुए उतार-चढ़ाव के बावजूद कंपनी के बिजनेस और उसके मैनेजमेंट में आपका भरोसा हमारे लिए आश्वासन देने वाला है। मेरे लिए मेरे निवेशकों का हित सर्वोपरि है।
निवेशकों को संभावित नुकसान से बचाने के लिए हमने FPO वापस ले लिया है। बोर्ड ने महसूस किया कि FPO के साथ आगे बढ़ना नैतिक रूप से सही नहीं होगा। भविष्य में होने वाले किसी फाइनेंशियल लॉस से इन्वेस्टर्स को बचाने के लिए बोर्ड ने तय किया है कि इस FPO के साथ आगे नहीं बढ़ेंगे। हमारे इस फैसले से हमारे मौजूदा ऑपरेशंस और भविष्य की हमारी योजनाओं पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा।