Editorial: कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के गुनाहगारों का हिसाब होना शुरू हो गया है। इस आतंकी हमले में शामिल तीन आतंकवादी मारे गये हैं। जिनमें से दो पाकिस्तानी है और एक मुख्य आरोपी हासिम मूशा भी शामिल है इनके पास से अमेरिका में निर्मित हथियार भी बरामद हुए हैं साथ ही ऐसे सबूत भी मिले हैं जिससे यह साबित होता की ये आतंकवादी पाकिस्तानी हैं। इस बीच संयुक्त राष्ट्र की ताजी रिर्पोट में भी इस बात का खुलासा हो गया है कि कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के तार पाकिस्तान से जुडे हुए हैं और इस हमले की साजिश सीमा पार रावल पिंडी में रची गई थी।
संयुक्त राष्ट्र की रिर्पोट के मुताबिक पहलगाम आतंकी हमले की जिम्मेदारी कुख्यात आतंकी संगठन टीआरएफ में एक बार नहीं बल्कि दो बार ली थी और टीरआएफ का लश्कर-ए-तैयबा से है। इस रिपोर्ट में यह दावा भी किया गया है कि लश्कर की मदद के बिना पहलगाम में आतंकी हमला संभव ही नहीं था। संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के बाद अब इस बात में कोई संदेह नहीं रह गया है की पहलगाम में हुए आतंकी हमले के पीछे पाकिस्तान का ही हाथ है।
भारत की उन विपक्षी पार्टियों को भी अब इसपर विश्वास कर लेना चाहिए कि पहलगाम की आतंकी घटना पाकिस्तान के इशारे पर ही अंजाम दी गई थी। हालांकि भारत सरकार शुरू से यह कह रही है लेकिन विपक्ष को सरकार की बात पर भरोसा ही नहीं है। कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने तो दो दिन पहले ही यह बयान दिया था कि पहलगाम में हुए आतंकी हमले के पीछे पाकिस्तान का हाथ होने का सबूत सामने नहीं आया है।
अन्य विपक्षी पार्टियों के नेता भी एक तरह से पाकिस्तान को क्लीन चिट देने का काम करते रहे हैं और उनके बयान पाकिस्तानी मीडिया में सुर्खियां बनते रहे हैं। संसद के मानसून सत्र में आपरेशन सिंदूर पर हुई चर्चा के दौरान भी सरकार की ओर से इस बारे में विपक्ष द्वारा उठाये गये तमाम सवालों का जवाब दे दिया गया है। किन्तु सरकार के बदले विदेशी नेताओं और एजेंसियों के झूठ पर भरोसा करने वाले विपक्ष को अब संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट पर तो यकीन दिखाना ही चाहिए और आपरेशन सिंदूर को लेकर व्यर्थ का बवाल खड़ा नहीं करना चाहिए।
वैसे भी पाकिस्तान के खिलाफ आपरेशन सिंदूर अभी सिर्फ स्थगित हुआ है। खत्म नहीं हुआ है। भारतीय सेना की सतर्कता के चलते बुधवार को कश्मीर में घुसपैठ करने की कोशिश कर रहे दो पाकिस्तानी आतंकवादियों को सेना ने जहन्नूम रसीद कर दिया है। जाहिर है पाक अभी भी नापाक इरादों से बाज नहीं आ रहा है ऐसे में उसके खिलाफ आपरेशन सिंदूर पार्ट २ कभी भी शुरू हो सकता है।