नई दिल्ली, नवप्रदेश। 76 देशों के हजारों छात्रों में से भारतीय मूल की नताशा पेरियानायगम ने दूसरी बार दुनिया की सबसे मेधावी स्टूडेंट का खिताब अपने नाम किया है। न्यूजर्सी में रहने वाली नताशा ने अमेरिका के ‘जॉन्स हॉपकिन्स सेंटर फॉर टैलेंटेड यूथ’ (CTY) के टेस्ट में दूसरी बार कारनामा कर दिखाया (Above-Grade-Level Exam) है।
इस टेस्ट में दुनियाभर के 76 देशों के 15 हजार छात्र-छात्राएं शामिल हुए थे। 13 साल की नताशा पेरियानायगम ने इस टॉप ग्रेड लेवल की परीक्षा में दूसरी बार ‘दुनिया की सबसे ब्राइट स्टूडेंट’ का सम्मान हासिल किया है।
नताशा, न्यूजर्सी में फ्लोरेंस एम गाडिनीयर मिडिल स्कूल में पढ़ती है. उन्होंने स्प्रिंग 2021 में ‘जॉन्स हॉपकिन्स सेंटर फॉर टैलेंटेड यूथ’ (CTY) की परीक्षा भी दी, जब वह ग्रेड 5 की स्टूडेंट थीं।
वर्बल और क्वांटेटिव सेक्शन की इस परीक्षा में नताशा का परफॉर्मेंस ग्रेड 8 में 90 पर्सेंटाइल हासिल करने के बराबर था, जिस वजह से उन्हें 2021 की ऑनर्स लिस्ट में जगह दी (Above-Grade-Level Exam) गई।
दरअसल, ‘जॉन्स हॉपकिन्स सेंटर फॉर टैलेंटेड यूथ’ (CTY) टेस्ट एक above-grade-level एग्जाम है जो दुनिया भर के मेधावी छात्रों की पहचान करने और उनकी शैक्षणिक क्षमताओं को पहचानने के लिए आयोजित किया जाता (Above-Grade-Level Exam) है।
यूनिवर्सिटी ने एक प्रेस रिलीज में कहा, इस साल, उन्हें एसएटी, एसीटी, स्कूल और कॉलेज एबिलिटी टेस्ट या सीटीवाई टैलेंट सर्च के हिस्से के रूप में लिए गए समान मूल्यांकन में उनके असाधारण प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया।
यूनिवर्सिटी अनुसार, नताशा 76 देशों के उन 15,300 छात्रों में शामिल थी, जो 2021-22 टेलेंट सर्च ईयर CTY में शामिल हुए थे। उन प्रतिभागियों में से 27 प्रतिशत से भी कम सीटीवाई में क्वालीफाई होते हैं, जो अपने टेस्ट स्कोर के आधार पर या तो उच्च या यह सम्मान हासिक करते हैं।
सीटीवाई के एग्जीक्यूटिव डॉ. एमी शेल्टन ने कहा, ‘यह केवल एक परीक्षा में हमारे छात्रों की सफलता की पहचान नहीं है, बल्कि खोज और सीखने के उनके प्यार और उनके युवा जीवन में अब तक जमा किए गए सभी ज्ञान को सलाम है।’ बता दें कि नताशा के माता-पिता चेन्नई से हैं, उनका कहा कि नताशा को अपने खाली समय में गूगल डूडल बनाना और जेआरआर टोल्किन के उपन्यास पढ़ना बहुत पसंद है।