Dhanteras 2025 Muhurat : धनतेरस (Dhanteras 2025) पर इस बार खरीदी के लिए पूरे दिन शुभ समय रहेगा। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, इस वर्ष शनिवार, 18 अक्टूबर को धनतेरस पर्व मनाया जाएगा। कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी के दिन लोग मां लक्ष्मी, भगवान गणेश और धन के देवता कुबेर की पूजा करते हुए धन, आभूषण और नई वस्तुएं खरीदते हैं ताकि वर्षभर घर में समृद्धि और स्थिरता बनी रहे।
बीएचयू के ज्योतिष विभाग के पूर्व अध्यक्ष और ख्यात ज्योतिषाचार्य प्रो. चंद्रमौलि उपाध्याय ने बताया कि धनतेरस पर दिनभर शुभ योग रहेगा। फिर भी खरीदा गया धन दीर्घकाल तक स्थिर बना रहे, इसके लिए स्थिर लग्नों में खरीदारी का विशेष महत्व है।
धनतेरस के दिन तीन स्थिर लग्न इस प्रकार रहेंगे
वृश्चिक लग्न : प्रातः 8:32 से 10:49 बजे तक
कुंभ लग्न : दोपहर 2:42 से सायं 4:13 बजे तक
वृष लग्न : शाम 7:18 से रात 9:14 बजे तक
ज्योतिषाचार्य के अनुसार, इन लग्नों में स्वर्णाभूषण, गृह संपत्ति, वाहन, इलेक्ट्रॉनिक्स या पूजन सामग्री की खरीद विशेष फलदायी होती है।
दोपहर 1:27 बजे के बाद करना होगा शुभारंभ
बीएचयू के ज्योतिषाचार्य डॉ. सुभाष पांडेय ने बताया कि 18 अक्टूबर को त्रयोदशी तिथि का प्रारंभ दोपहर 1:27 बजे से होगा। इसलिए कीमती वस्तुओं की खरीद या धन निवेश 1:27 बजे के बाद करना शुभ रहेगा। उन्होंने कहा कि प्रदोष काल में (सूर्यास्त के बाद लगभग दो घंटे 24 मिनट तक) मां लक्ष्मी, भगवान गणेश और भगवान धन्वंतरि का पूजन करना चाहिए।
लक्ष्मी-गणेश प्रतिमाएं खरीदने का शुभ समय
ज्योतिषाचार्य के अनुसार, धनतेरस के दिन ही मां लक्ष्मी और गणेश की नई प्रतिमाएं खरीदनी चाहिए, ताकि प्रदोष काल में पूजन के साथ घर में स्थायी लक्ष्मी का वास हो सके। स्थिर लग्न में किया गया पूजन और धन निवेश दीर्घकालीन स्थिरता और धनवृद्धि प्रदान करता है।