BIS Quality Standards India : गुणवत्ता से बनेगा विकसित भारत, मानक ही राष्ट्र निर्माण की रीढ़ : मुख्यमंत्री

BIS Quality Standards India
BIS Quality Standards India : मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि जीवन के हर क्षेत्र में मानकों का पालन पारदर्शिता, गुणवत्ता और उपभोक्ता अधिकारों की सुरक्षा के लिए अनिवार्य है (BIS Quality Standards India)। उन्होंने कहा कि भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा के लिए निरंतर कार्यरत है और इसके प्रयासों से नकली वस्तुओं एवं मिलावटखोरी पर प्रभावी रोक लगी है।
मुख्यमंत्री साय राजधानी रायपुर के पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में आयोजित विश्व मानक दिवस (BIS Quality Standards India) के अवसर पर ‘मानक महोत्सव’ को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने उपस्थित जनों को “गुणवत्ता शपथ” दिलाते हुए कहा कि मानकीकृत उत्पादों को बढ़ावा देना ही आत्मनिर्भर भारत की असली दिशा है।
उन्होंने कहा कि बीआईएस हॉलमार्क (BIS Quality Standards India) अब उपभोक्ता भरोसे का प्रतीक बन चुका है। सोने जैसी धातुओं की शुद्धता की पहचान आज उपभोक्ता आसानी से बीआईएस प्रमाणित चिन्ह देखकर कर सकता है।
गुणवत्ता और मानकीकरण से बनेगा सशक्त भारत
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने उन संस्थाओं और मानक क्लबों का सम्मान किया, जिन्होंने मानक निर्धारण (BIS Quality Standards India) में विशेष योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि भारतीय मानक ब्यूरो देश में गुणवत्ता की संस्कृति को स्थापित कर रहा है। मुख्यमंत्री ने बताया कि बीआईएस द्वारा बोतलबंद पानी, हेलमेट, खिलौनों और आभूषणों सहित 22,000 से अधिक उत्पादों को मानक चिन्ह प्रदान किए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि उपभोक्ताओं में मानक चिन्हों के प्रति जागरूकता बढ़ाना आवश्यक है, ताकि गुणवत्तापूर्ण उत्पादों को प्राथमिकता मिले।
गुणवत्ता ही आत्मनिर्भर भारत की पहचान
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है और इसमें मानकों की अहम भूमिका होगी (BIS Quality Standards India)। उन्होंने कहा कि “स्वदेशी उत्पादों की गुणवत्ता और मानकीकरण के कारण आज भारत के गांवों के उत्पाद भी अंतरराष्ट्रीय बाजार में अपनी पहचान बना रहे हैं। उन्होंने कहा “गुणवत्ता ही आत्मनिर्भर भारत की आत्मा है, और जब हर नागरिक मानक को धर्म मानेगा, तभी विकसित भारत का सपना साकार होगा।”
नवाचार और शिक्षा संस्थानों के स्टॉल बने आकर्षण
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने बीआईएस, सिपेट रायपुर और अन्य संस्थाओं के नवाचार स्टॉल (BIS Quality Standards India) का अवलोकन किया। सिपेट रायपुर ने बताया कि संस्था युवाओं को कौशल प्रशिक्षण के साथ-साथ गुणवत्ता परामर्श भी देती है। बीआईएस के स्टॉल में ‘BIS Care App’ की जानकारी दी गई, जिसके माध्यम से उपभोक्ता उत्पादों की प्रमाणिकता जांच सकते हैं। छात्रों के नवाचार स्टॉल जैसे स्मार्ट ट्रेन, मिट्टी नमी जांच मशीन और एक्सप्लोरर रोबोट दर्शकों के आकर्षण का केंद्र रहे। मुख्यमंत्री ने कहा, “जब युवाओं की सोच में नवाचार और गुणवत्ता जुड़ती है, तो भारत विकास की दिशा में नई छलांग लगाता है।”
मानक केवल नियम नहीं, राष्ट्र निर्माण की नींव हैं
मुख्यमंत्री ने कहा कि गुणवत्ता केवल उद्योग तक सीमित नहीं, बल्कि यह जीवन के हर पहलू का संस्कार होना चाहिए। उन्होंने कहा, “मानक केवल नियम नहीं, राष्ट्र निर्माण की रीढ़ हैं।” उन्होंने अधिकारियों, संस्थानों और विद्यार्थियों से आह्वान किया कि वे “क्वालिटी को क्वांटिटी से पहले रखें” और छत्तीसगढ़ को मानकीकरण और नवाचार में देश का अग्रणी राज्य बनाएं।