- कार्यक्रम के पहले दिन की शाम पद्मश्री डॉ. भारती बंधू के भजनों से रही गुलज़ार
रायपूर | राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान रायपुर में भारत सरकार के कार्यक्रम “एक भारत श्रेष्ठ भारत” युवा संगम का दूसरा चरण चल रहा है । एक भारत श्रेष्ठ भारत युवा संगम मुख्य रूप से उच्च शिक्षण संस्थानों में पढ़ने वाले छात्रों और देश के विभिन्न राज्यों के युवाओं के एक्सपोजर टूर आयोजित करने पर केंद्रित है। एक भारत श्रेष्ठ भारत “युवा संगम” के विचार की परिकल्पना भारत के माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा की गई थी।
माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने भारत के विभिन्न राज्यों के बीच एक सांस्कृतिक संबंध स्थापित करने हेतु इस योजना की शुरुआत की । एक भारत श्रेष्ठ भारत युवा संगम मुख्य रूप से उच्च शिक्षण संस्थानों में पढ़ने वाले छात्रों और देश के विभिन्न राज्यों के युवाओं के एक्सपोजर टूर आयोजित करने पर केंद्रित है। इसके तहत एनआईटी रायपुर को एनआईटी नागालैण्ड के साथ जोड़ा गया है। इस एक्सपोजर टूर के तहत एनआईटी नागालैण्ड के 43 छात्र और 04 फैकल्टी इन चार्ज एनआईटी रायपुर का दौरा कर रहे हैं , जहां ये सभी छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक विरासत से रूबरू होंगे और विभिन्न सांस्कृतिक,तकनीकी और मनोरंजन कार्यक्रमों में भाग लेंगे।
एक भारत श्रेष्ठ भारत युवा संगम की इसी कड़ी में एनआईटी रायपुर के 15 जून को प्रतिनिधियों का पहला दिन एक आनंददायक संध्या सत्र के साथ समाप्त हुआ, जिसमें प्रसिद्ध कबीर भजन कलाकार और प्रतिष्ठित पद्म श्री पुरस्कार प्राप्तकर्ता डॉ. भारती बंधु ने पारंपरिक भजनों का प्रस्तुति दी ।
इस आयोजन में संस्थान के रजिस्ट्रार डॉ. पी. वाय. ढेकणे, डीन, (छात्र कल्याण) डॉ. नितिन जैन, विभागाध्यक्ष, मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग डॉ. एस. सान्याल, शिक्षकों और नागालैंड से आए छात्रों की उपस्थिति रही। कबीर के भजनों से सजे इस सत्र ने माहौल को खुशनुमा किया जिसका आनंद लेते हुए हर कोई झूम उठा |
कार्यक्रम के दूसरे दिन, नागालैंड से आए प्रतिनिधियों ने भिलाई स्टील प्लांट (बी.एस.पी) की यात्रा की, जहां उन्हें दो समूहों में विभाजित किया गया था और उनके साथ श्री मनीष कुमार, समन्वयक, बी.एस.पी और श्री प्रवीण कुमार, कर्मचारी, बी.एस.पी रहे ।इस दौरान श्री अमूल्य प्रियदर्शी, कार्यवाहक मुख्य महाप्रबंधक, मानव संसाधन विकास विभाग (एच.आर.डी), बी.एस.पी, श्री मुखुल सहरिया, उप महाप्रबंधक, मानव संसाधन विकास विभाग बी.एस.पी, भी मौजूद रहे ।
श्री अमूल्य प्रियदर्शी ने बी.एस.पी. की महत्वपूर्णता पर जोर दिया, जो भारतीय इस्पात प्राधिकरण (एस.ए.आई.एल) की प्रमुख कंपनी और महारत्न के प्रमुख स्थान को दर्शाता है। उन्होंने अपने व्यक्तिगत कॉलेज अनुभव को साझा किया और बी.एस.पी. को एक प्रतिष्ठित सार्वजनिक क्षेत्र उद्यम (पी.एस.यू) होने पर गर्व व्यक्त किया। एच.आर.डी सुरक्षा अभियांत्रिकी विभाग के वरिष्ठ प्रबंधक श्री अजित टल्लो ने प्लांट में लागू सुरक्षा उपायों के बारे में संक्षेप में बताया। प्रशांत जैन, ओर हैंडलिंग प्लांट (ओ.पी.एच.) के सहायक महाप्रबंधक ने प्लांट का एक जानकारीपूर्ण परिचय दिया, जहां उन्होंने बी.एस.पी. के स्थापना को 1959 में बताया। उन्होंने इस्पात प्लांट में हेमाटाइट खनिज के उपयोग और इस्पात उत्पादन में मैग्नेटाइट के महत्व के बारे में बताया ।
एनआईटी नागालैंड के प्रतिनिधियों को विभिन्न खंडों की यात्रा करने का अवसर मिला, जिसमें प्रत्येक विभाग के विशेषज्ञों ने मार्गदर्शन किया। श्री प्रशांत ने कोक ओवन और कोयला रासायनिक विभाग का विस्तार से वर्णन किया। श्री हेमंत ने ब्लास्ट फर्नेस की यात्रा का नेतृत्व किया और श्री अक्षय ने यूनिवर्सल रेल मिल के बारे में अंदरूनी जानकारी प्रदान की। श्री निकुंज सिंघल ने स्टील मेल्टिंग शॉप 3 की एक झलक प्रस्तुत की। यात्रा के अंत में, प्रतिनिधियों की भावनाओं और सुझावों को जानने के लिए प्रतिक्रिया सत्र आयोजित किया गया। प्रतिनिधियों को बी.एस.पी. से स्मृति के रूप में टीशर्ट प्रदान किए गए। इस दौरान श्री अनिर्बान दासगुप्ता, निदेशक और प्रमुख, बी.एस.पी. को संयंत्र के दौरे की अनुमति देने और सभी आवश्यक वस्तुओं की व्यवस्था करने के लिए धन्यवाद दिया गया ।
बी.एस.पी. की यात्रा ने प्रतिनिधियों को एक प्रमुख पी.एस.यू के कार्यप्रणाली का मूल्यवान अनुभव प्रदान किया और उनके इस्पात उद्योग की समझ को बढ़ाने में मदद की।
आगामी दिनों में, नागालैंड से आए प्रतिनिधियों को छत्तीसगढ़ राज्य की सांस्कृतिक विरासत के बारे में जानने के अनेक अवसर मिलेंगे। वे सिरपुर और गवर्नर हाउस की यात्रा करेंगे, तथा छत्तीसगढ़ की स्थानीय संस्कृति के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे। इसके अलावा, उन्हें रायपुर और नया रायपुर के भ्रमण के साथ साथ विभिन्न मनोरंजनात्मक गतिविधियों में भाग लेने का अवसर भी मिलेगा ।