औरंगाबाद/नवप्रदेश। एक युवक (youth in tiger cage) के पूरी रात बाघ के पिंजरे में गुजार देने का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। मामला महाराष्ट्र के औरंगाबाद (aurangabad) के सिद्धार्थ उद्यान का है। युवक का नाम रविंद्र ससाणे (30) है। युवक (youth in tiger cage) के मानसिक रोगी होने की बात सामने आ रही है। रविंद्र का औरंगाबाद (aurangabad) के घाटी हॉस्पिटल में इलाज चल रहा था।
उद्यान की पीछे की दीवार जरजर हो चुकी है। यहां से युवक उद्यान के पास आया। देर रात को इस युवक ने प्राणी संग्रहालय के पीछे के भाग से दीवार से संग्रहालय में छलांग लगा दी।
इस दौरान वह सीधे बाघ के पिंजरे के सर्विस एरिया में जा गिरा। लेकिन गनीमत यह रही कि बाघ को अंदर वाले पिंजरे में बंद किया जा चुका था। लिहाजा उसे कुछ भी नहीं हुआ। लेकिन बाहर निकलने का उसके पास कोई रास्ता नहीं होने से युवक रात भर वहीं बैठा रहा।
सुबह जब कर्मचारी प्राणी संग्रहालय पहुंचे तो देखा कि पिंजरे में बाघ के घूमने की जगह पर युवक बैठा है। कर्मचारियों ने यह जानकारी अपने वरिष्ठ अधिकारियों दी। इसके बाद पुलिसकर्मियों को बुलाकर रविंद्र को उन्हें सौंप दिया गया। पुलिस ने उसकी तलाशी ली।
लेकिन वह मानसिक रूप से कमजोर होने की बात सामने आई। पुलिस ने युवक के माता पिता को बुलाकर उसे उन्हें सौंप दिया।