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नेता भी जेल जाते हैं, चुनाव लड़ते हैं, इसमें गलत क्या?
नवप्रदेश संवाददाता
बिलासपुर। आबकारी विभाग Excise Department ने एक शराब तस्कर को जेल से छूटने के बाद बड़ा इनाम दे दिया है। उसे बिलासपुर BILASPUR से शिफ्ट कर अब मुंगेली जिले का रीजनल मैनेजर बना दिया गया है।
मीडिया द्वारा मामला सामने लाने पर आबकारी मंत्री कवासी लखमा kawashi lakhma ने इसे सहजता से लिया और दो टूक शब्दों में कहा कि नेता भी जेल जाते हैं, फिर चुनाव लड़ते हैं। इसमें गलत क्या है।
छत्तीसगढ़ में जब से शराब दुकान संचालन का जिम्मा सरकार ने अपने हाथों में लिया है, तब से कार्पोरेशन के सहयोग के लिए ईगल हंटर कंपनी को प्राइवेट अधिकारी-कर्मचारी की भर्ती करने का ठेका दिया गया है।
एक साल पहले विक्की वाधवानी नाम का व्यक्ति बिलासपुर शहर के व्यापार विहार स्थित शराब दुकान में सेल्समैन था। उस समय शराब दुकान में आर्थिक अनियमितता सामने आई थी। इसे गंभीरता से लेते हुए आबकारी विभाग ने सेल्समैन को निकाल दिया था।
इसके बाद से विक्की ने मध्यप्रदेश की शराब को बिलासपुर में खपाना शुरू किया। विधानसभा चुनाव से कुछ माह पहले आबकारी विभाग को इसकी शिकायत मिली। टीम ने छापा मार कार्रवाई करते हुए विक्की के पास भारी मात्रा में मप्र की शराब जब्त की थी।
आबकारी विभाग Excise Department ने विक्की के खिलाफ आबकारी की धारा 34 (1) के तहत अपराध दर्ज किया और जब्त शराब के साथ उसे कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने विक्की को 6 माह की सजा सुनाई। छह माह सजा भुगतने के बाद विक्की जेल से जैसे रिहा हुआ, ईगल हंटर कंपनी ने फिर से उसे भर्ती कर लिया।
अधिकारियों की आंखों में धूल झोंकते हुए उसे बिलासपुर जिले से बाहर मुंगेली जिला का रीजनल मैनेजर बना दिया गया है। रविवार को आबकारी मंत्री कवासी लखमा बिलासपुर प्रवास पर थे।
छत्तीसगढ़ भवन में पत्रवार्ता के दौरान मीडिया ने यह मामला उनके सामने लाया। पहले तो उन्होंने इस मामले को हल्के में लिया। फिर कहा कि इस मामले का पता लगाकर कार्रवाई करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि भर्ती में हमारा कोई योगदान नहीं होता है। शराब की अफरा-तफरी और कोचियागीरी करने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाएं जाएंगे।