रायपुर/नवप्रदेश। cg vidhansabha: शीतकालीन सत्र का तीसरा दिन हंगामेदार रहा है। सत्र की कार्रवाई शुरू होते ही नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने डॉ. रमन सिंह को विधानसभा अध्यक्ष बनने के एक वर्ष पूर्ण होने पर बधाई दी। इस सत्र में वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए दूसरा अनुपूरक बजट 805 करोड़ ध्वनि मत से पारित हुआ। प्रश्नकाल के दौरान विधायक अजय चंद्राकर के प्रश्न करने के बाद असंतुष्ट जवाब नहीं मिलने पर नोंकझोंक देखने को मिली। मंत्री विजय शर्मा के जवाब से असंतुष्ट विधायक और विपक्ष ने जमकर हंगामा किया।
धर्मजीत सिंह ने उठाया अस्पतालों में फायर-सेफ्टी का मुद्दा
प्रश्नकाल के शुरू होते ही विधायक धर्मजीत सिंह ने प्रदेश के अस्पतालों में फायर सेफ्टी का मुद्दा उठाया। विधायक सिंह ने कहा कि अस्पतालों में फायर सेफ्टी के लिए क्या प्रावधान है? कब-कब फायर सेफ्टी ऑडिट कराया गया? कांग्रेस विधायक धर्मजीत सिंह ने कहा कि मार्केट में फायर ऑडिट के सर्टिफिकेट 2 हजार रुपए में बिक रहे हैं।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा – फायर ऑडिट का काम गृह विभाग का
स्वास्थ्य मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल ने फायर सेफ्टी की जानकारी देते हुए कहा कि 30 बिस्तर से अधिक और 9 मीटर ऊंचे अस्पतालों में फायर सेफ्टी अनिवार्य है। समय-समय पर फायर सेफ्टी का ऑडिट कराया जाता है। लापरवाही पाए जाने पर जुर्माने का भी प्रावधान है। फायर ऑडिट का काम छत्तीसगढ़ में गृह विभाग करती है और प्रमाण पत्र भी गृह विभाग ही देती है।
मंत्री जी को फायर ऑडिट की सही जानकारी नहीं- धर्मजीत
धर्मजीत सिंह ने कहा कि मंत्री जी के पास फायर ऑडिट की सही पूरी जानकारी नहीं है। अगर काम गृह विभाग का है, तब बिना जांच के आपने लाइसेंस कैसे दिया। सामने गृहमंत्री भी बैठे हैं। दोनों ही मंत्रियों से निवेदन है कि फायर ऑडिट सक्षम अधिकारियों से कराइएगा। गृहमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि प्रश्न महत्वपूर्ण और लाजमी है। इस पर पिछले 5 वर्षों में कुछ नहीं हुआ। लेकिन आपके ध्यानाकर्षण के बाद इस काम को जरूर किया जाएगा। धर्मजीत सिंह के सवालों का स्वास्थ्य मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल और गृहमंत्री विजय शर्मा ने दिया जवाब।
आयुष्मान आरोग्य मंदिर का नाम हमर क्लीनिक किया: मूणत
बीजेपी विधायक राजेश मूणत ने हमर क्लीनिक निर्माण के लिए खर्च राशि का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि आखिर भवन निर्माण के लिए राशि की क्या व्यवस्था की गई है। मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल ने जवाब देते हुए कहा कि आयुष्मान आरोग्य मंदिर को पिछली सरकार ने हमर क्लीनिक नाम दे दिया। हमर क्लीनिक में पांच प्रकार के मानव संसाधन होते हैं। यह कार्यक्रम पूरी तरह राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में संचालित होते हैं। कई अस्पतालों का निर्माण अधूरा है। इसके लिए राशि लेने भारत सरकार को पत्र लिखा गया है।
राजेश मूणत ने हमर क्लीनिक निर्माण राशि का मुद्दा उठाया
राजेश मूणत ने कहा कि भवन की जगह सिर्फ एलिवेशन बना दिए। पूर्व सरकार ने सिर्फ नाम चमकाने के लिए काम किया। पूरे प्रदेश के हमर क्लीनिक में कोई सेटअप नहीं, दवाओं की भी उपलब्धता नहीं। जिस पर मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल ने अधूरे कामों की जांच कराने का भरोसा दिलाया। उन्होंने कहा कि, अनियमितता की भी जांच कराई जाएगी। बीजेपी विधायक राजेश मूणत ने हमर क्लीनिक निर्माण के लिए खर्च राशि का मुद्दा उठाया। बीजेपी विधायक राजेश मूणत ने हमर क्लीनिक निर्माण के लिए खर्च राशि का मुद्दा उठाया।