नई दिल्ली। Loksabha 2024: लोकसभा चुनाव से पहले मोदी सरकार बड़ा फैसला लेने जा रही है। मोदी सरकार लोकसभा चुनाव से पहले समान नागरिक संहिता लागू करने की तैयारी में है। इससे चुनाव पर पडऩे वाले असर, राजनीतिक नफा-नुकसान पर विचार किया जा रहा है। इस बैठक में तय हुआ है कि मोदी और शाह के बीच बीजेपी के वरिष्ठ नेता विभिन्न धर्मों के प्रमुख लोगों से चर्चा करेंगे। यह तय हुआ कि ये नेता इन लोगों को नागरिक संहिता के बारे में समझाएंगे।
लोकसभा चुनाव से पहले समान नागरिक संहिता पर अध्यादेश लाने पर भी चर्चा हुई। माना जा रहा है कि उत्तराखंड सरकार समान नागरिक संहिता बिल लागू करने जा रही है, जिस पर इन तीनों नेताओं के बीच चर्चा भी हुई है। 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव के साथ-साथ 5 राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव की रणनीति पर भी चर्चा की गई है।
कई राजनीतिक दलों ने समान नागरिक संहिता पर बयान को राजनीति से प्रेरित बताया है। एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी ने सवाल किया कि क्या समान नागरिक संहिता के नाम पर देश का बहुमत खो जाएगा। आम आदमी पार्टी (आप) एकमात्र विपक्षी पार्टी है जिसने सैद्धांतिक रूप से समान नागरिक संहिता का समर्थन किया है।