बैकुंठपुर, नवप्रदेश। कोरिया व कोरिया से अलग हुए नवीन जिला एमसीबी के शहरी व ग्रामीण अंचल में सस्ते कीमत पर सुद्ध पेय जल उपलब्ध कराने करीब सत्तर वाटर एटीएम (प्यूरीफिकेशन प्लांट) लगाने में जिला खनिज न्यास व एसईसीएल के सीएसआर मद से करीब चार करोड़ नब्बे लाख खर्च कर दिए।
वाटर किन्तु इसकी मरम्मत कौंन करेगा कहा से राशि आयेगी इस और कोई योजना नही बनाया गया जिसका ही परिणाम है कि अब मरम्मत और देखभाल के अभाव में आधे वाटर एटीएम खराब पड़े हैं और आम जनता को एक रुपए में पांच लीटर शुद्ध आरओ वाटर मुहैय्या कराने की योजना फ्लॉप साबित हो (Water ATM) रही।
निर्माण एजेंसी ग्राम पंचायत व नगर पालिका को हैंडओवर करने की बात कह कर अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ रहे जबकि प्रदेश में पहला वाटर एटीएम कोरिया जिले में स्थापित हुआ था जहां इसकी नींव रखने वाले कलेक्टर का स्थानांतरण होते ही यह योजना भी दम तोड़ती नजर आ रही। लिहाल खराब वाटर एटीएम में ताला जड़ दिया गया है।
वर्ष 2014 से 2020 तक एलडब्ल्यूई, आईएपी, एसईसीएल सीएसआर व जिला खनिज न्यास मद से करीब सत्तर वाटर एटीएम का निर्माण कार्य कराया गया है। तत्कालीन कलेक्टर ने वाटर एटीएम का निर्माण कराने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को क्रियान्वयन एजेंसी नियुक्त कर बजट का आवंटन दिया जिससे नगर निगम, नगर पालिका, नगर पंचायत, विधायक-सांसद आदर्श ग्राम पंचायत सहित ग्राम पंचायत के ग्रामीण अंचल के मुख्य गांवों में वाटर एटीएम का निर्माण कराया गया था।
एक वाटर एटीमए निर्माण में करीब सात लाख रुपये खर्च हुए। योजना के क्रियान्वयन में भारी लापरवाही बरती गई थी। कहीं बिजली कनेक्शन नहीं कराया गया तो कहीं हुक लगाकर सीधे खंभे से कनेक्शन खींचा था। वहीं कहीं पानी आपूर्ति करने बोर तक नहीं कराया (Water ATM) गया।
पुराने बोर में जुगाड़ से मशीन लगा चालू कर दिया गया जिससे कुछ जगह पानी की कमी व एटीएम में खराबी के कारण सहरी स्थानों के साथ ही ग्रामीण अंचल के वाटर एटीएम भी बंद पड़े हैं। फिलहाल समुचित रख-रखाव व देखभाल नहीं होने के कारण करीब आधे वाटर एटीएम खराब हो चुके हैं।
वहीं कुछ वाटर एटीएम कई साल से लोकार्पण की राह देख रहे हैं। गौरतलब है कि वर्ष 2013 /14 में कोरिया-बैकुंठपुर के बाजारपारा में छत्तीसगढ़ का पहला वाटर एटीएम लगाकर योजना की आधारशिला रखी गई थी।
खराब पानी का उपयोग भवन बनाने में : नपा बैकुंठपुर ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय शुद्ध पेयजल योजना से बस स्टैण्ड और कचहरीपारा में वाटर एटीएम का निर्माण कराया है। बाहर बोर्ड में बकायदा स्लोगन राइट वाटर शुद्ध सुरक्षित पानी, जीवन निरोगी व समाधानी लिखा (Water ATM) है। लेकिन वाटर एटीएम पिछले एक साल से बंद पड़े हैं।
जिससे बस स्टैण्ड से सफ र करने वाले राहगीर और कचहरीपारा के नागरिकों को शुद्ध पीने का पानी नसीब नहीं हो रहा है। बस स्टैंड में लगे वाटर एटीएम के बोर का उपयोग घर बनाने व स्थानीय होटलों में किया जा रहा किन्तु नगर पालिका को इसे चालू कराने का समय नहीं।
सीएसआर से बनवाए गए हैं दस वाटर एटीएम : एसइसीएल ने सीएसआर मद के तहत कोरिया में लगभग दस वाटर एटीएम का निर्माण कराया है। जिसमें करीब सत्तर लाख रुपये खर्च किए गए हैं। एसइसीएल ने वाटर एटीएम का लोकार्पण करा जिला प्रशासन को सौंप दिया है।
एसइसीएल व जनप्रनिधियों के बीच आपसी तालमेल सही नहीं होने के कारण वाटर एटीएम में ताला लटका हुआ है। बड़ी मशक्कत करने के बाद एक बार वाटर एटीएम को चालू कराया था किन्तु अधिकारियों की उदासीनता से अब यह योजना दम तोड़ रही।
खडग़वां विकासखंड के ग्राम पंचायत कोड़ा, उधनापुर में वाटर एटीएम बनकर तैयार हुआ, लेकिन चार साल बाद लोकार्पण कराया गया था। वहीं देवाडांड़ एटीएम को चालू करने के कुछ दिन बाद बंद कर दिया गया है। महोरा व पटना ग्राम पंचायत का एक वाटर एटीएम भी हमेशा बंद ही रहते हैं।
क्या कहते हैं जिम्मेदार : निर्माण कार्य पूर्ण होने के बाद सारे वाटर एटीएम ग्राम पंचायतों व नगरीय निकायों को हैंडओवर कर दिए गए हैं। उनकी देखरेख में ही संचालित है। खराबी आने पर हम तकनीकी सहयोग करते हैं। बंद वाटर एटीएम के संबंध में शिकायत नहीं मिली है, फि र भी जानकारी मंगा कर इसे चालू करने का पूरा प्रयास करेंगे।