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रूस से भारत के लिए रवाना होगा युद्धपोत, इसी महीने पहुंचेगा; रडार भी नहीं पकड़ पाएगा..

Warship will leave for India from Russia, will reach this month; Even radar will not be able to detect it.

INS Tamal

नई दिल्ली। INS Tamal: पहलगा में आतंकवादी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है। दोनों देशों की सेनाएं अलर्ट पर हैं। इस बीच, रूस ने अब भारत को बड़ा सहयोग दिया है। हाँ। कल रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से फोन पर बात की और अपना समर्थन व्यक्त किया। भारत जल्द ही दुनिया के सबसे उन्नत बहु-भूमिका वाले स्टील्थ गाइडेड मिसाइल फ्रिगेट्स में से एक ‘तमाल’ का स्वागत करेगा। इसका निर्माण रूस के यंतर शिपयार्ड में किया गया है। यह युद्धपोत घातक ब्रह्मोस एंटी-शिप मिसाइल दागने में सक्षम है।

2016 में हस्ताक्षरित भारत-रूस समझौते में चार तलवार श्रेणी के स्टील्थ फ्रिगेट का निर्माण शामिल है – दो रूस में और दो भारत में। इस समझौते के तहत अब दूसरा युद्धपोत तैयार हो गया है। जून 2025 तक इसे भारतीय नौसेना में शामिल किये जाने की उम्मीद है। रूस 28 मई को भारत को ‘तमाल’ सौंप देगा। रूस में निर्मित दो फ्रिगेट में से पहला आईएनएस तुषिल भारतीय नौसेना में शामिल हो गया है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 9 दिसंबर, 2024 को रूस की अपनी यात्रा के दौरान इस जहाज को औपचारिक रूप से लॉन्च किया था। 2016 किलोमीटर से अधिक की यात्रा करने और आठ देशों का दौरा करने के बाद, आईएनएस तुषिल भारत पहुंचा है।

ÓतमालÓ का परीक्षण रूस में भारतीय नौसेना अधिकारियों की उपस्थिति में पूरा किया गया। युद्धपोत के शामिल होने के बाद भारतीय नौसेना की एक टीम इसे भारत लाएगी। इसके लिए लगभग 200 भारतीय नौसेना कर्मियों को प्रशिक्षण दिया गया। समुद्री परीक्षणों में भाग लिया। ये परीक्षण कई सप्ताह तक चलेंगे, जिसके बाद युद्धपोत को भारत आने के लिए तैयार किया जाएगा। तलवार की तरह तीक्ष्ण ‘तमाल’ को सटीक प्रहार और उच्च गतिशीलता के लिए डिजाइन किया गया है। यह 30 नॉट्स (55 किमी/घंटा) की गति से चल सकता है। एक मिशन में इसकी परिचालन सीमा 3,000 किलोमीटर है।


यह युद्धपोत सुपरसोनिक ब्रह्मोस मिसाइल दाग सकता है, जिससे यह दुश्मन जहाजों के लिए बड़ा खतरा बन सकता है। यह पानी के अंदर के खतरों से निपटने के लिए उन्नत पनडुब्बी रोधी रॉकेटों और टारपीडो से सुसज्जित है। यह बहु-भूमिका वाले हेलीकॉप्टरों को ले जा सकता है और संचालित कर सकता है, जो विस्तारित निगरानी और लड़ाकू मिशनों के लिए उपयोगी हैं। इसे दुश्मन के रडार से बचने के लिए डिज़ाइन किया गया है, जिससे आधुनिक युद्ध में इसकी क्षमताएं बढ़ गई हैं। 3,900 टन का यह युद्धपोत भारी हथियारों से लैस होने के बावजूद फुर्तीला है।

ये युद्धपोत 100 मिमी बहुउद्देशीय तोप से सुसज्जित हैं। यह हथियार हवा में, युद्धपोतों पर, जमीन पर और सतह पर हमला कर सकता है। इसमें प्रयुक्त एक गोली का वजन 26.8 किलोग्राम है। यह हथियार माइनस 10 डिग्री से प्लस 85 डिग्री तक घूमकर हमला कर सकता है।

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