इटावा। Wagon Overturned : डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर पर न्यू इकदिल स्टेशन से पहले कानपुर से नई दिल्ली जा रही कोयला लदी मालगाड़ी शनिवार की सुबह डिरेल हो गई। मालगाड़ी के 12 वैगन पलटने से रेलवे ट्रैक क्षतिग्रस्त हो गया और डीएफसी रेल रूट पर आवागमन ठप हो गया है। हादसे की जानकारी के बाद रेलवे के उच्चाधिरियों समेत तकनीकी टीम पहुंच गई है।
मालगाड़ी दो हिस्सों में बंट गई
माल भाड़ा परिवहन (Wagon Overturned) के लिए रेलवे द्वारा डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर का निर्माण कराया जा रहा है, जिसके प्रथम चरण में बिछाई जा चुकी लाइन पर मालगाड़ियों का संचालन बीते वर्ष शुरू कराया गया था। शनिवार को न्यू इकदिल स्टेशन से पहले मेढी दूधी गांव के पास से कोयला लदी मालगाड़ी तेजी से गुजर रही थी।
मालगाड़ी का एक वैगन का पहिया कई किलोमीटर पहले से आवाज कर रहा था। यहां से गुजरने के दौरान वैगन पटरी से उतर गया और मालगाड़ी दो हिस्सों में बट गई। इंजन के साथ कुछ डिब्बे आगे की तरफ चले गए, जबकि पीछे के डिब्बे पटरी से उतरकर पलट गए। हादसे की सूचना मिलते ही भरथना थाना प्रभारी कृष्ण लाल पटेल मौके पर पहुंचे और रेलवे के अफसरों को जानकारी दी। कुछ ही देर बाद रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ तकनीकी टीम पहुंच गई। कानपुर और टूंडला से सहायता ट्रेन भी मंगाई गई है। मौके पर मौजूद न्यू इकदिल स्टेशन के अधिकारी अभी कुछ भी बताने को तैयार नहीं है।
पहले भी हो चुका है हादसा
इटावा में डीफसी रूट पर पहला (Wagon Overturned) हादसा नहीं है बल्कि ट्रैक पर मालगाड़ियों के संचालन के बाद बीते साल अगस्त माह भी मालगाड़ी डिरेल हो गई थी। इटावा से 25 किमी दूर जसवंतनगर व बलरई के बीच खुर्जा से कानपुर जा रही मालगाड़ी के 17 ओपन वैगन पटरी से उतर गए थे और कुछ पलट गए थे। इस हादसे में करीब आधा किमी तक रेलवे ट्रैक पूरी तरह उखड़ गया था और आठ वैगन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए थे। डीएफसी टीम कई दिन बाद मालगाड़ियों का संचालन बहाल कर सकी थी और घटना की उच्चस्तरीय जांच भी कराई गई थी।