नई दिल्ली। भारतीय टीन के कप्तान विराट कोहली (virat kohli) का कहना (tell) है कि उनके पूर्ववर्ती महेंद्र सिंह धोनी (ms dhoni) के भरोसे (Trust) के कारण ही उन्हें टीम इंडिया की कप्तानी (Got the captaincy of team india) मिली।
विराट (virat kohli) ने अपने टीम साथी और ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन के साथ यूट्यूब पर बातचीत में कहा कि धोनी उनकी मैच परिस्थितयों को पढऩे की क्षमता से काफी प्रभावित थे और कप्तानी हासिल करने में धोनी का यही भरोसा उनके पक्ष में गया।
31 वर्षीय विराट (virat kohli) 2014-15 में धोनी के ऑस्ट्रेलियाई दौरे में टेस्ट सीरीज के बीच में कप्तानी छोडऩे के बाद कप्तान बने थे। उन्होंने 2017 के शुरू में सीमित ओवरों की कप्तानी भी संभाली थी। वह भारत के तीनों फॉर्मेट के कप्तान होने के साथ-साथ टीम के शीर्ष बल्लेबाज भी हैं।
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विराट (virat kohli) धोनी को पीछे छोड़कर भारत के सबसे सफल टेस्ट कप्तान भी बन चुके हैं। अपनी कप्तानी में भारत के लिए 55 मैचों में 33 मैच जीत चुके विराट ने कहा कि विकेटकीपर धोनी के साथ स्लिप्स में फील्डिंग करते हुए गेंदों के बीच में वह धोनी से बराबर बात करते रहते थे जिससे उन्हें कप्तान का भरोसा जीतने में मदद मिली।
विराट (virat kohli) ने कहा, जब आप अपने कप्तान से लगातार बात करते हैं, उनके साथ मैच के हालात पर चर्चा करते हैं और जरूरत पडऩे पर उन्हें सलाह देते हैं इससे आपको अपने कप्तान का भरोसा जीतने में मदद मिलती है।
मैं हमेशा एमएस के पास रहता था और उनके पास खड़े होकर कहता था कि हम यह कर सकते हैं, हमें यह करना चाहिए, आपका क्या विचार है। विराट ने कहा, धोनी कई बातों से इंकार भी कर देते थे लेकिन वह काफी बातों पर चर्चा भी करते थे।