-पिछले डेढ़ साल से अशांत चल रहा मणिपुर एक बार फिर हिंसा की चपेट में
इंफाल। manipur violence: पिछले डेढ़ साल से अशांत चल रहे मणिपुर में एक बार फिर हिंसा भड़क उठी है। साथ ही स्थिति नियंत्रण से बाहर होने की भी आशंका है। जिरीबाम जिले में एक नदी में छह लापता व्यक्तियों के शव मिलने के कुछ ही घंटों के भीतर राज्य में हिंसा भड़क उठी। प्रदर्शनकारियों ने तीन मंत्रियों समेत छह विधायकों के घरों पर हमला किया। इसके बाद राज्य सरकार ने पांच जिलों में कफ्र्यू लगा दिया है। साथ ही राज्य के कुछ हिस्सों में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। कुछ अधिकारियों ने जानकारी दी है कि राज्य में हालात काफी खराब हो गये हैं।
गुस्साए प्रदर्शनकारियों (manipur violence) ने विधायकों के घरों पर हमला बोल दिया है। मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह के दामाद का घर भी शामिल है। हिंसक भीड़ ने विधायकों के घरों में आग लगा दी। प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए सुरक्षा बलों को आंसू गैस का इस्तेमाल करना पड़ा। सोमवार से लापता दो महिलाओं और एक लड़की के शव शनिवार को जिरीबाम में बराक नदी में पाए गए। अन्य तीन के शव शुक्रवार रात को मिले। शवों को पोस्टमार्टम के लिए असम के सिलचर मेडिकल कॉलेज भेजा गया।
जिन मंत्रियों के घरों को प्रदर्शनकारियों ने निशाना बनाया उनमें स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री सपम रंजन, सार्वजनिक वितरण मंत्री एल. सुसिन्द्रो सिंह और शहरी विकास मंत्री वाई. खेमचंद के मकान शामिल हैं। हिंसा भड़कने के मद्देनजर राज्य सरकार ने इंफाल पूर्व और पश्चिम, बिष्णुपुर, थौबल और कुचिंग जिलों में कफ्र्यू लगा दिया है।