लखनऊ/ए.। हिस्ट्रीशीटर विकास (vikas) दुबे के गांव जा रहे आईपीएस अधिकारी (ips) को बीच राह उत्तर प्रदेश के डीजीपी ऑफिस (dgp office) से फोन (phone) आया। इसमें उन्हें कहा गया कि वह वापस लौट आएं (return) ।
यह बात खुद आईपीएस (ips) की पत्नी ने कही है। कानपुर में पिछले दिनों एनकाउंटर में मारे गए पुलिकर्मियों के हत्यारे विकास (vikas) दुबे के गांव बिकरू गांव का दौरा करने जा रहे आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर और उनकी समाजसेविका पत्नी नूतन ठाकुर को बीच रास्ते से वापस लौटना पड़ा।
नूतन ठाकुर ने एक वीडियो जारी कर कहा, ‘वह और उनके पति अमिताभ पहले से तय कार्यक्रम के अनुसार सोमवार को बिकरू गांव जा रहे थे लेकिन बीच रास्ते में उनके पति के पास पुलिस महानिदेशक कार्यालय (dgp office) से फोन (phone) आया जिसमें कहा गया कि वह वापस लौटें (return)। ऊपर का आदेश है जिसके बाद उन्हें वापस लौटना पड़ा।’
‘हम भी एसआईटी की मदद करते’
इस बारे में बात करने पर ठाकुर ने कहा, ‘हमने बिकरू कांड को लेकर मानवाधिकार आयोग के समक्ष पहले ही याचिका डाली हुयी है और हमारा मकसद वहां जाकर लोगों से मिलना और तथ्यों को गहराई से पता करना था। इसका मतलब यह कतई नहीं है कि हमे सरकार द्वारा गठित एसआईटी अथवा अन्य जांच एजेंसियों पर विश्वास नहीं है। एसआईटी और अन्य जांच एजेंसियों को भी इनपुट की जरूरत होती है जिसमें शायद हम मदद कर सकते थे।’
रविवार को ही कहा था जाएंगे विकरू
गौरतलब है कि समाजसेविका ने रविवार को बयान जारी कर कहा था कि वह और उनके आईपीएस पति सोमवार को बिकरू गांव जायेंगे जिसे लेकर पुलिस प्रशासन पहले ही अलर्ट हो गया था।