चंडीगढ़/नवप्रदेश। Vigilance Officer : अपने खिलाफ चल रही जांच में खुद को घिरते देख विजिलेंस अधिकारी को ही 50 लाख रिश्वत देने के आरोप में पूर्व मंत्री सुंदर शाम अरोड़ा को रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है। उन्हें देर रात जीरकपुर से पकड़ा गया। उनके खिलाफ अधिकारी को रिश्वत देने के आरोप में केस दर्ज किया गया है। वहीं उनके पीए समेत कई अन्य लोग भी विजिलेंस की नजर में आ गए हैं। विजिलेंस प्रमुख ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में पूरे मामले का खुलासा किया। अरोड़ा को आज अदालत में पेश किया जाएगा।
पूर्व मंत्री के खिलाफ चल रहे तीन मामलों की जांच
विजिलेंस ब्यूरो कुछ समय से पूर्व मंत्री के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति (Vigilance Officer) समेत तीन मामलों की जांच कर रही थी। विजिलेंस की टीम उन्हें दो बार पूछताछ के लिए बुला चुकी थी। इसी बीच जब मंत्री को लगा कि वह केस में जेल जा सकते हैं तो उन्होंने मामले की जांच कर रहे एआईजी मनमोहन सिंह को ही रिश्वत देने की योजना बना डाली।
उन्होंने अधिकारी को एक करोड़ पर रिश्वत देने का ऑफर दिया। साथ ही कहा कि वे उनके घर पैसे लेकर आएंगे। इसी बीच अधिकारी ने यह बात अपने सीनियर अधिकारियों को बताई। मामला तुरंत मुख्यमंत्री के ध्यान में लाया गया। इसके बाद ट्रैप लगाकर आरोपी को गिरफ्तार करने की योजना बनाई गई।
सबसे पहले पूर्व मंत्री को जीरकपुर स्थित कॉस्मो माल (Vigilance Officer) के पास बुलाया गया। जहां पर वह पचास लाख रुपये लेकर पहुंचे। विजिलेंस ने उसी समय उनकी गिरफ्तारी डाल दी। इस दौरान दो सरकारी गवाह भी बनाए गए। साथ ही केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। विजिलेंस का कहना है कि वह सोच भी नहीं सकते थे कि आरोपी इस तरह का काम करेंगे।