रायपुर/नवप्रदेश। #AbideWithMe : महात्मा गांधी जी की पुण्य तिथि पर आज छत्तीसगढ़ पुलिस बैंड की ओर से रायपुर के तेलीबांधा तालाब में शाम पांच बजे एक विशेष आयोजन रखा गया। इसमें पैरी के धार से से कार्यक्रम की शुरुआत हुई। साथ ही गांधी के प्रिय भजनों के अलावा उनकी प्रिय धुन #AbideWithMe भी बजाई गई।
राजधानी के तेलीबांधा तालाब यानी मरीन ड्राइव पर रविवार को घूमने आए लोगों ने महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर आयोजित कार्यक्रम की जमकर सराहना की। लोग धुन को सुनने अंत तक रुके रहे और करतल ध्वनि से पुलिस बैंड का गर्मजोशी से हौसला अफजाई भी किया। इस अवसर पर लोगों ने कहा कि बापू ने जो हमारे देश के लिए किया उसे भूलना आसान नहीं है। महात्मा गांधी के स्मृतियों को कभी मिटाया नहीं जा सकता है।
राजधानी विशेष कार्यक्रम को लेकर कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि गोड़सेवादियों द्वारा लगातार राष्ट्रपिता महात्मा गांधी पर प्रहार करने की कोशिश की जा रही है. गणतंत्र दिवस 26 जनवरी के मौके पर सदियों की परंपरा को खत्म किया गया है. उस कार्यक्रम में भी बापू के प्रिय भजन और उनकी ध्वनि को लिस्ट से बाहर निकाला गया। दुर्भाग्य से इसी छत्तीसगढ़ में महात्मा गांधी के ऊपर आपत्तिजनक टिप्पणी की गई थी और गोडसे जिंदाबाद के नारे लगाए गए थे। लेकिन उनका हश्र क्या हुआ ये जग जाहिर है। इसी दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पहल पर छत्तीसगढ़ पुलिस बैंड द्वारा गांधीजी के प्रिय भजन और धुन #AbideWithMe का प्रदर्शन किया गया। ये आयोजन बापू की स्मृतियों को फिर से संजोने की कोशिश है।
गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने बीटिंग रिट्रीट से ‘अवॉयड विथ मी’ सॉन्ग को हटा दिया था,जिसके बाद काफी बवाल मचा। #AbideWithMe महात्मा गाँधी का प्रिय धुन बताया जाता है। जो बरसों से बीटिंग द रिट्रीट के अवसर पर बजाय जाता रहा है। दरअसल, बीटिंग द रिट्रीट भारत के गणतंत्र दिवस समारोह की समाप्ति का सूचक है। इस कार्यक्रम में थल सेना, वायु सेना और नौसेना के बैंड पारंपरिक धुन के साथ मार्च करते हैं। यह सेना की बैरक वापसी का प्रतीक है। गणतंत्र दिवस के पश्चात हर वर्ष 29 जनवरी को बीटिंग द रिट्रीट कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है।[1] समारोह का स्थल रायसीना हिल्स और बगल का चौकोर स्थल (विजय चौक) होता है जो की राजपथ के अंत में राष्ट्रपति भवन के उत्तर और दक्षिण ब्लॉक द्वारा घिरे हुए हैं। बीटिंग द रिट्रीट गणतंत्र दिवस आयोजनों का आधिकारिक रूप से समापन घोषित करता है।