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एल्युमीनियम वायर रॉड्स की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए वेदांता एल्युमीनियम तैयार

Vedanta Aluminium geared up to meet growing demand for aluminium wire rods

Vedanta Aluminium

भारत में 5जी और इंफ्रास्ट्रक्चर में तेजी के बीच एल्युमीनियम वायर रॉड्स की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए वेदांता एल्युमीनियम तैयार

बाल्को की वायर रॉड्स भारत को डिजिटल रूप से कनेक्टेड, ऊर्जा-कुशल भविष्य की ओर ले जा रही हैं

रायपुर। Vedanta Aluminium : भारत में एल्युमीनियम के सबसे बड़े उत्पादक वेदांता एल्युमीनियम ने घोषणा की है कि उसकी इकाई भारत एल्युमीनियम कंपनी (बाल्को) अपने वायर रॉड उत्पादन क्षमता का विस्तार कर रही है, जो कि कंपनी के 1 मीट्रिक टन प्रति वर्ष (एमटीपीए) के समग्र विस्तार का हिस्सा है। कंपनी को भारत में डिजिटल और औद्योगिक बुनियादी ढांचे में तेजी से हो रही वृद्धि के कारण पैदा हुई मांग को पूरा करने के लिए उच्च गुणवत्ता वाले एल्युमीनियम वायर रॉड की अपार संभावनाएं दिखती हैं। जैसे-जैसे देश अपने 5जी नेटवर्क, ग्रामीण ब्रॉडबैंड, स्मार्ट सिटी और क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर को तेजी से बढ़ा रहा है, एल्युमीनियम अपनी उच्च चालकता, संक्षारण प्रतिरोध तथा हल्के वनज और मजबूती के कारण पसंदीदा सामग्री के रूप में उभरा है।

बाल्को की बीआईएस-प्रमाणित एल्युमीनियम वायर रॉड्स निर्बाध सिग्नल ट्रांसमिशन और विश्वसनीय नेटवर्क परफॉरमेंस को सक्षम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वित्तीय वर्ष 25 में, बाल्को ने 2,00,000 एमटीपीए से अधिक एल्युमीनियम वायर रॉड्स का उत्पादन किया, जिसमें 100 प्रतिशत उत्पादन बढ़ती घरेलू मांग को पूरा करने के लिए किया गया, खासकर गुजरात, महाराष्ट्र और राजस्थान जैसे राज्यों से। इसके पोर्टफोलियो में क्रिटिकल ऐप्लीकेशंस के लिए बनाए गए हाई-परफॉरमेंस ग्रेड्स शामिल हैं, जिनमें कंडक्टर और केबल शीथिंग से लेकर टावर ग्राउंडिंग और ऑप्टिकल फाइबर केबलिंग तक शामिल हैं।

कंपनी भारत की पहली कंपनी है जिसे अलॉय वायर रॉड्स के लिए बीआईएस 5484 सर्टिफिकेशन प्राप्त हुआ है, जिससे गुणवत्ता और नवाचार में अग्रणी के रूप में इसकी स्थिति मजबूत हुई है। डिजिटल विस्तार, ऊर्जा विविधीकरण और तेजी से शहरीकरण के कारण दूरसंचार और विद्युत पारेषण जैसे क्षेत्रों से मांग में वृद्धि के साथ, बाल्को आगे रहने के लिए अपनी उत्पादन क्षमता बढ़ा रही है। यह वर्तमान में रणनीतिक विकास परियोजनाओं को चालू करने के अंतिम चरण में है जो इसकी समग्र एल्युमीनियम उत्पादन क्षमता को 0.57 एमटीपीए से 1 एमटीपीए तक दोगुना कर देगा।

वेदांता एल्युमीनियम के सीईओ राजीव कुमार ने कहा, ’’भारत की डिजिटल रीढ़ को लचीला और भविष्य हेतु तैयार बनाने के लिए एल्युमीनियम वायर रॉड अपरिहार्य हैं। वेदांता में, हमें उच्च प्रदर्शन ग्रेड के बीआईएस-प्रमाणित पोर्टफोलियो की पेशकश करने पर गर्व है जो दूरसंचार और बिजली क्षेत्रों की उभरती जरूरतों को पूरा करता है। बाल्को में चल रहे क्षमता विस्तार के साथ, हम अपनी स्थिरता प्रतिबद्धताओं को पूरा करते हुए उन्नत प्रवाहकीय सामग्रियों की भारत की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए तैयार हैं।’’

दूरसंचार और विद्युत पारेषण प्रमुख क्षेत्र हैं, लेकिन बाल्को के एल्युमीनियम वायर रॉड का उपयोग ऑटोमोटिव, विद्युत उपकरण और इस्पात उद्योगों में भी आवश्यक अनुप्रयोग के रूप में किया जाता है, जिससे भारत के औद्योगिक परिवर्तन में उनकी प्रासंगिकता और बढ़ जाती है।

वेदांता एल्युमीनियम, वेदांता लिमिटेड का एक व्यवसाय है जो भारत का सबसे बड़ा एल्युमीनियम उत्पादक है। कंपनी ने वित्तीय वर्ष 2025 में भारत के आधे से अधिक एल्युमीनियम यानी 24.2 लाख टन का उत्पादन किया है। यह वैल्यू-ऐडेड एल्युमीनियम उत्पादों में अग्रणी है, जिनका कोर इंडस्ट्रीज़ में बेहद महत्वपूर्ण इस्तेमाल होता है। वैश्विक एल्युमीनियम उद्योग में एसएंडपी ग्लोबल कॉर्पोरेट सस्टेनेबिलिटी असैसमेंट 2024 विश्व रैंकिंग में वेदांता एल्युमीनियम दूसरे स्थान पर है, यह उपलब्धि सतत विकास अभ्यास हेतु कंपनी की प्रतिबद्धता की परिचायक है। भारत में अपने विश्व स्तरीय एल्युमीनियम स्मेल्टर, एल्यूमिना रिफाइनरी और बिजली संयंत्रों के साथ कंपनी धरती के हरेभरे कल के लिए ’भविष्य की धातु’ के रूप में एल्युमीनियम की उभरती ऐप्लीकेशंस को बढ़ावा देने के अपने मिशन पर निरंतर आगे बढ़ रही है

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