-वंदे भारत ट्रेन: अब वंदे भारत ट्रेन के डिब्बे भी बढऩे लगे हैं
नई दिल्ली। cरेलवे की सबसे आधुनिक ट्रेन के रूप में जानी जाती है। इस ट्रेन की शुरुआत साल 2019 में की गई थी। केंद्र सरकार ने आने वाले समय में भी देशभर के विभिन्न रूटों पर वंदे भारत एक्सप्रेस शुरू करने का लक्ष्य रखा है। इस बीच अब वंदे भारत ट्रेन के डिब्बे भी बढऩे लगे हैं।
आज यानी 9 अगस्त को देश में पहली बार 20 कोच वाली वंदे भारत ट्रेन (Vande Bharat Train) चली। इस ट्रेन का परीक्षण आज सुबह 7 बजे अहमदाबाद से किया गया। अहमदाबाद से मुंबई के बीच 20 कोच वाली पहली वंदे भारत ट्रेन का ट्रायल शुरू हो गया है। 20 कोच वाली पहली वंदे भारत ट्रेन 130 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही है।
अब तक देश के बड़े शहरों में 16 और छोटे शहरों में 8 कोच चलते हैं। अभी तक अहमदाबाद और मुंबई के बीच 16-16 कोच की दो वंदे भारत ट्रेनें (Vande Bharat Train) चल रही थीं। बहरहाल, अहमदाबाद से मुंबई के बीच 20 कोच वाली वंदे भारत ट्रेन का ट्रायल आज से शुरू हो गया है। अगर वंदे भारत ट्रेन के ये ट्रायल सफल रहे ेेतो आखिरकार लोगों को 20 कोच वाली ट्रेन में सफर करने का फायदा मिलेगा।
मुंबई से अहमदाबाद ट्रैक पर दो वंदे भारत ट्रेनें चलती हैं, जिनमें से प्रत्येक में 52 सीटों वाली 16 कोच वाली ट्रेनों में 1128 यात्री सवार होते हैं। नई 20-कोच ट्रेन की क्षमता लगभग 25 प्रतिशत बढऩे की उम्मीद है, जिससे अधिक यात्रियों को एक साथ यात्रा करने की अनुमति मिलेगी।
इसके अलावा इस परीक्षण का उद्देश्य वंदे भारत ट्रेन (Vande Bharat Train) की गति को बढ़ाना भी है, वर्तमान में वंदे भारत ट्रेन की गति 120-130 किमी प्रति घंटा है, रेलवे का लक्ष्य इसे बढ़ाकर 160 किमी प्रति घंटा करना है। इससे मुंबई और अहमदाबाद के बीच यात्रा का समय घटकर 45 से 60 मिनट रह जाएगा।
इसे मुंबई-सूरत-वडोदरा-दिल्ली कॉरिडोर पर 160 प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली ट्रेनों के लिए भी तय किया गया है। इस बीच, इस रेलवे प्रोजेक्ट की लागत 3,959 करोड़ रुपये आंकी गई है, जबकि दिल्ली रूट का कुल बजट 10,000 करोड़ रुपये आंका गया है। वर्तमान में, मुंबई और अहमदाबाद के बीच वंदे भारत, तेजस और शताब्दी एक्सप्रेस सहित 50 से अधिक ट्रेनें चलती हैं। ये 100 किमी प्रति घंटे से 110 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलते हैं।