भोपाल, नवप्रदेश। उत्तराखंड में रविवार शाम एक भीषण बस हादसा (Uttarakhand Bus Accident) हुआ। जिसमें श्रद्धालुओं से भरी बस 1000 फीट खाई में गिर गई। इस हादसे में 30 लोग सवार थे जिसमें से 26 लोगों की मौत हो चुकी (Uttarakhand Bus Accident) है। और सारे के सारे श्रद्धालु मध्यप्रदेश के पन्ना जिले के थे।
सोमवार यानि कि आज सुबह मध्यप्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान और उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी घटना स्थल पर पहुंचे और शिवराज सिंह खुद घटनास्थल को देखकर भावुक हो गए। मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होने कहा कि वह बहुत ही दुखदायी (Uttarakhand Bus Accident) क्षण था।
सीएम ने परिजनों से भी बात की और घायल बस ड्राइवर से भी बात की। ड्राइवर ने सीएम से कहा कि बस का स्टीयरिंग फेल होने के कारण उसका नियंत्रण खो बैठा और यह हादसा हो गया।
मृतकों के परिजन बस यही आस लगाकर बैठे हैं कि उनके रिश्तेदार इस हादसे के बाद जिंदा तो वापस नहीं आ सकते, बस उनके पार्थिव शरीर ही उन तक पहुंच जाए।
बता दें कि सभी 26 शवों के पोस्टमार्टम करके उत्तरकाशी से देहरादून एयरपोर्ट भेज दिए गए हैं। उसके बाद एयरफोर्स के विमानों से खजुराहो एयरपोर्ट के लिए रवाना किए जाएंगे। खजुराहो से पन्ना जिले के गांवों में एम्बुलेंस से पहुंचाया जाएगा।
नवप्रदेश ने जब मृतकों के परिजनों से बात की तो वे बात करने की हालत में नहीं थे, लेकिन उन्हे अपनों के पार्थिव शरीर का इंतजार है।
नवप्रदेश ने मृतक परिजन सौरभ से बातचीत की तो उन्होने बताया कि “ मेरे चाचा-चाची इस हादसे में मारे गए। प्रशासन से बार-बार पार्थिव शरीर के बारे में पूछने पर भी सही जबाब नहीं दिया जा रहा है। हमें कुछ भी सही जानकारी नहीं है।“
प्रशांत ने बताया कि “ इस हादसे में उन्होने अपने माता-पिता को खो दिया। उन्होने रोते हुए कहा कि मैंते अपने बुजुर्ग माता-पिता को तीर्थ यात्रा पर भेजा था, लेकिन मुझे नहीं पता था कि मैं उन्हे खो दूंगा। उन्होने आगे कहा कि हमें सरकार से कोई मुआवजा नहीं चाहिए बस मुझे अपना माता-पिता का पार्थिव शरीर चाहिए।
इस मामले में जगदीश शर्मा ने कहा कि मेरे “दीदी-जीजा इस हादसे में चले गए। प्रशासन से बस यही निवेदन है कि सभी के परिजनों को उनके पार्थिव शरीर सौंप दिए जाए, ताकि उनका अंतिम संस्कार किया जा सके”
सीएम शिवराज ने आखों देखा हाल बताया –
सीएम जब घटना स्थल के दौरे पर गए तो उन्होने कहा कि वह क्षण बहुत ही दुखदायी था। मैं परिजनों से बात करने की स्थिति में नहीं था। जब मैंने दृश्य देखा तो शव बिखरे हुए पड़े हुए थे।
बस के खाई में गिरते से वो दो टुकड़ो में हो गई और बस ने कई पलटियां भी खाईं। एक पार्थिव शरीर का हाथ तो बहुत ही दूर जाकर मिला।
इस हादसे में घायल मां ने मुझसे आकर पूछा कि मेरा बेटा कहां है और वो कैसा है। तब मैंने झूठ बोला कि वह ठीक है आप अपनी चिंता करो। जबकि उस बेटे की तो इस हादसे में मौत हो चुकी है।
प्रधानमंत्री ने जताया दुख
“उत्तराखंड में हुआ बस हादसा अत्यंत पीड़ादायक है। इसमें जिन लोगों ने अपने प्रियजनों को खो दिया है, उनके प्रति मैं अपनी शोक-संवेदना व्यक्त करता हूं। राज्य सरकार की देखरेख में स्थानीय प्रशासन मौके पर हरसंभव सहायता में जुटा है।”
गृह मंत्री अमित शाह ने जताया दुख
“अमित शाह ने कहा कि श्रद्धालुओं से भरी बस खाई में गिर गई। मैंने इस मामले में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से बात की है। राहत और बचाव कार्य जारी हैं।“
सीएम शिवराज सिंह ने जताया दुख
“शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर कहा- उत्तराखंड में चारधाम की तीर्थयात्रा पर यमुनोत्री धाम जा रही बस के खाई में गिरने से मध्यप्रदेश के पन्ना जिले के तीर्थयात्रियों की मृत्यु बेहद दुखद, पीड़ाजनक है। ईश्वर दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान कर शोकाकुल परिजन को गहन दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करें। दुःख की इस घड़ी में परिवार स्वयं को अकेला ना समझे, हम सब शोकाकुल परिवारों के साथ हैं।“
कमलनाथ ने जताया दुख
“कमलनाथ ने हादसे पर दुख जताते हुए कहा- मुझे गहरा दुख है कि चारधाम तीर्थयात्रा पर गए पन्ना जिले के 26 साथी उत्तराखंड में बस एक्सीडेंट के कारण हमारे बीच नहीं रहे। उनकी आत्मा की शांति के लिए मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं। दुख की इस घड़ी में हम पीड़ित परिवारों के साथ हैं।“