भोपाल, नवप्रदेश। उत्तराखंड में रविवार की शाम हुए भीषण हादसे में 26 लोगों की मौत (Uttarakhand Bus Accident) हो गई। कई परिवार उजड़ गए।
किसी ने मां-बाप को खोया तो किसी ने अपने बेटे-बहु को। हादसा उए 2 दिन हो गए हैं। अभी तक तो कुछ लोगों के पास उनके प्रियजनों के पार्थिव शरीर भी नहीं पहुंचे हैं।
जिनके पास पहुंच गए हैं आज उनका अंतिम संस्कार (Uttarakhand Bus Accident) किया जाएगा।
इस हादसे के बाद ऐसी-ऐसी बातें सामने निकलकर आ रही हैं कि सुनकर कोई भी भावुक हो जाएगा। जिनते लोग भी तीर्थ स्थल के लिए जा रहे थे वे सभी ग्रामीण (Uttarakhand Bus Accident) थे।
उनमें से कुछ किसानी-मजदूरी करने वाले लोग थे। इस अपनी आमदनी से वे अपनी जीविका काट रहे थे। लेकिन उनके पास ऐसी कोई आमदनी नहीं थी कि वे तीर्थयात्रा के लिए जा सके।
तो ऐसे लोगों के लिए गांव वालों ने चंदा इकट्ठा करने उन्हे तीर्थ्यात्रा पर भेजा। उन्हे क्या पता था कि वहां ये हादसा हो जाएगा।
साथ ही कुछ लोगों ने तो कहा कि मां-बाप बुजुर्ग हो गए थे। उन्हे तीर्थस्थान पर भेजना था। आमदनी इतनी नहीं थी कि उन्हे तीर्थयात्रा करवाई जा सके। इसलिए उधार मांगकर पैसे इक्ट्ठे किए और उन्हे तीर्थयात्रा पर भेजा।